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Monday, 23 December, 2024
होमडिफेंसथल सेना और वायु सेना की तरह भारतीय नौसेना की यूनिफॉर्म भी अब कैमोफ्लाज वाली होगी

थल सेना और वायु सेना की तरह भारतीय नौसेना की यूनिफॉर्म भी अब कैमोफ्लाज वाली होगी

नौसेना की कैमोफ्लाज यूनिफॉर्म ड्रेस नंबर 10ए की जगह लेगी जिसमें हल्की नीली रंग की आधी बांह की शर्ट और नेवी ब्लू ट्राउजर अधिकारियों की होगी. नौसैनिकों के लिए यह अक्टूबर 21 तक लागू की जाएगी.

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नई दिल्ली: दिप्रिंट को मिली जानकारी के मुताबिक थल सेना और वायुसेना की तर्ज पर भारतीय नौसेना भी बड़े पैमाने पर वर्दी की एकरूपता और मानकीकरण के लिहाज से पहली बार कैमोफ्लाज यूनिफॉर्म अपनाने जा रही है.

नौसेना सूत्रों ने कहा कि अधिकारियों ने कुछ महीने पहले डिजिटल कैमोफ्लाज पैटर्न के साथ नई वर्दी का उपयोग शुरू किया था.

कैमोफ्लाज या युद्धक पोशाक वर्दी (बीडीयू) वह नियमित पोशाक होती है जिसका इस्तेमाल सशस्त्र बलों द्वारा युद्ध के दौरान किया जाता है. युद्धक पोशाक आम तौर पर कैमोफ्लाज (छलावरण) होती है, जो या तो लगभग पूरे बैकग्राउंड में हरे या भूरे रंग के शेड में होता है या फिर नए बदलाव के मुताबिक डिसरप्टिव पैटर्न वाला होता है.

सूत्रों ने कहा कि नई कैमोफ्लाज यूनिफॉर्म नौसेना कर्मियों द्वारा अभी केवल शुक्रवार और समुद्र के किनारे रहने के दौरान पहनी जाएगी. नौसेना कर्मियों के समुद्र में रहने के दौरान मौजूदा अग्निरोधी ओवरऑल यूनिफॉर्म का इस्तेमाल ही किया जाएगा.

सूत्रों ने बताया कि दुनियाभर की नौसेनाओं द्वारा इस्तेमाल की जानी वाली वर्दी को देखते हुए किए गए एक अध्ययन के आधार पर भारतीय नौसेना ने डिजिटल कैमोफ्लाज पैटर्न अपनाया.

नौसेना के एक सूत्र ने कहा, ‘यह पैटर्न रंग के छोटे आयताकार पिक्सेल से बनता है. यह मानक वर्दी पैटर्न की तुलना में अधिक प्रभावी कैमोफ्लाज है क्योंकि इसमें नैसर्गिक रूप वाली चितकबरी बुनावट और खुरदरी सतह पाई जाती है.’

तीनों सेनाओं में से नौसेना के पास सबसे ज्यादा 16 यूनिफॉर्म होती हैं, जो अलग-अलग मौकों पर इस्तेमाल करने के लिए होती हैं. सेना के पास नौ और भारतीय वायुसेना के पास कुल 15 तरह की यूनिफॉर्म होती हैं.

नौसेना सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि जून 2019 में स्वीकृत यह कैमोफ्लाज यूनिफॉर्म ड्रेस नंबर 10ए की जगह लेगी जिसमें हल्की नीली आधी बांह की शर्ट और नेवी ब्लू ट्राउजर होता था.

नौसेना के एक सूत्र ने कहा कि पूरे बल के लिए यह वर्दी अपनाए जाने से नेवी इन्वेंट्री से ड्रेस नंबर 10ए बाहर हो जाएगी और नौसेना कर्मियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली यूनिफॉर्म और उससे संबंधित चीजों की संख्या घटेगी.

सूत्रों ने आगे कहा अधिकारियों के लिए यह वर्दी पहले ही पेश की जा चुकी है. लेकिन नौसैनिकों के लिए इसे अक्टूबर 2021 तक अपनाया जाएगा क्योंकि इसके लिए बड़े पैमाने पर खरीद की जरूरत पड़ेगी.


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‘कुछ बेमेल नहीं होना चाहिए’

नौसेना के पूर्व प्रवक्ता कैप्टन डी.के. शर्मा (सेवानिवृत्त) ने दिप्रिंट को बताया कि नई यूनिफॉर्म के लिए ट्रायल तभी किया गया था जब एडमिरल सुनील लांबा नौसेना प्रमुख थे.

उन्होंने बताया, ‘यूनिफॉर्म पहले भी नौसेना अकादमी में पेश की गई थीं. इन्हें केंद्रीयकृत आधार पर नौसैनिकों के लिए खरीदा जाता है और फिर विभिन्न नौसैनिक अड्डों पर सिलाई की जाती है. नौसेना की यूनिफॉर्म खाकी वर्दी से लेकर ब्लू तक और डांगरी/ओवरऑल से लेकर नवीनतम बदलाव वाले डिसरप्टिव पैटर्न तक कई बार बदली है.’

नौसेना अधिकारियों ने इस कदम को अन्य विदेशी नौसेनाओं के साथ समानता से भी जोड़ा, जिनके पास कैमोफ्लाज यूनिफॉर्म है.

नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘उदाहरण के तौर पर अन्य नौसेनाओं के साथ अभ्यास के दौरान पहले की तरह भारतीय नौसेना की पोशाक एकदम बेमेल नहीं दिखेगी.’

अधिकारी ने कहा, ‘नीली यूनिफॉर्म (जिसे अब कैमोफ्लाज से बदला जा रहा है) पहले कई बार भारतीय वायुसेना की वर्दी से भ्रमित कर देती थी. यह भी करीब 10 साल की छोटी अवधि के लिए ही रही.’

अधिकारियों को अपनी यूनिफॉर्म के लिए समय-समय पर भत्ते दिए जाते हैं. जबकि सभी नौसैनिकों को मुफ्त पोशाक मिलती है.

अन्य उपाय

नौसेना की यूनिफॉर्म के संबंध में पिछले महीने रक्षा मंत्रालय के एकीकृत मुख्यालय (नौसेना) द्वारा कुछ अन्य बदलाव भी किए गए हैं.

नौसेना सूत्रों ने कहा कि यह निर्णय लिया गया है कि नौसेना के कर्मचारी ड्रेस नंबर 4ए और 4बी पहनना बंद कर देंगे.

ड्रेस नंबर 4ए में एक ऊंची टोपी/सफेद पगड़ी, सफेद बुश जैकेट, कंधे पर रैंक की धारियां, रिबन, नाम, छाती पर बैज, सफेद पतलून और सफेद जूते-मोजे शामिल हैं. इसे कुछ औपचारिक अवसरों जैसे राजनयिकों या राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात के दौरान पहना जाता है. ड्रेस नंबर 4बी भी 4ए की तरह ही होती है, लेकिन इसमें रिबन की जगह पदक लगे होते हैं.

सूत्रों ने कहा कि यह भी तय किया गया है कि नौसेना के जवान उपयुक्त अवसरों पर ग्रीष्मकालीन वर्दी के रूप में ड्रेस नंबर 8ए को पदकों के साथ पहनेंगे.

ड्रेस 8ए में ऊंची टोपी/सफेद पगड़ी, सफेद आधी बांह की शर्ट, अधिकारियों के लिए कंधे पर धारियां, पीओ और उससे नीचे रैंक वालों के लिए बैज, रिबन, नाम, छाती पर बैज, सफेद पतलून शामिल है. यह नौसेना कर्मियों द्वारा रोजमर्रा में पहने वाली नियमित सफेद यूनिफॉर्म है.

सूत्रों ने बताया कि ड्रेस नंबर 5 और 6 का इस्तेमाल फिलहाल नहीं किया जाएगा.

ड्रेस नंबर 6 में ऊंची टोपी/सफेद पगड़ी, सफेद पूरी बांह की शर्ट, काली बो टाई, सफेद मेस जैकेट, कंधे पर धारियां, काले समर ट्राउजर, और काले कमरबंद शामिल हैं. यह गर्मियों के लिए शाम की फॉर्मल मेस यूनिफॉर्म है.

ड्रेस नंबर 5 में ऊंची टोपी/सफेद पगड़ी, सफेद पूरी बांह की शर्ट, काली बो टाई, काली मेस जैकेट, आस्तीन पर धारियां, काले कमरबंद और काले विंटर ट्राउजर शामिल हैं. यह ठंड की शाम के लिए मेस यूनिफॉर्म है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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