नई दिल्ली: फ्रांस से तीन राफेल लड़ाकू विमानों का चौथा जत्था बुधवार शाम भारत पहुंच गया. इन विमानों के आने से भारतीय वायु सेना की हमला करने की क्षमता में और इज़ाफा होगा.
वायुसेना ने बताया कि ये विमान फ्रांस से भारत आने के दौरान रास्ते में कहीं भी नहीं रूके और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के वायु सेना टैंकरों ने आसमान में ही विमानों में ईंधन भरा.
वायुसेना ने ट्वीट किया कि तीन राफेल विमानों का चौथा जत्था भारतीय धरती पर उतर गया है. इसने फ्रांस के इसत्रेस वायुसेना अड्डे से सीधी उड़ान भरी थी.
भारतीय वायुसेना ने राफेल विमानों में ईंधन भरने के लिए यूएई की वायु सेना का आभार जताया और इसे दो वायु सेनाओं के बीच मजबूत रिश्तों में एक और मील का पत्थर बताया.
वायु सेना ने उस स्थान का खुलासा नहीं किया है जहां राफेल विमान पहुंचे हैं.
इससे पहले फ्रांस में भारतीय दूतावास ने ट्विटर पर बताया था कि फ्रांस से तीन और राफेल लड़ाकू विमानों ने भारत के लिए उड़ान भरी और ये विमान रास्ते में कहीं भी नहीं रुकेंगे.
उसने कहा कि इन विमानों से भारत की हवाई ताकत और बढ़ेगी.
इसी के साथ भारतीय बेड़े में राफेल विमानों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है.
पांच राफेल विमानों का पहला जत्था 29 जुलाई 2020 को भारत पहुंचा था. इससे करीब चार साल पहले फ्रांस से 59,000 करोड़ रुपये में 36 राफेल विमान खरीदने का सौदा किया गया था.
इन विमानों को पिछले साल 10 सितंबर को अंबाला में एक कार्यक्रम में आधिकारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया.
तीन राफेल विमानों का दूसरा जत्था तीन नवंबर को भारत पहुंचा था जबकि 27 जनवरी 2021 को तीन और विमान वायु सेना को मिले थे.
भारत को अगले कुछ महीनों में फ्रांस से और राफेल विमान मिल सकते हैं.
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