नई दिल्ली: भारतीय वायु सेना का पहला सी-295 मध्यम सामरिक परिवहन विमान बुधवार को गुजरात के वडोदरा में उतरा. कुछ दिन पहले ही स्पेन के दक्षिणी शहर सिवेले में इसे भारतीय वायु सेना को सौंपा गया था.
वायुसेना अधिकारियों ने बताया कि विमान को ग्रुप कैप्टन पीएस नेगी ने उड़ाया था और बहरीन से उड़ान भरने के बाद आज उतरा.
विमान को 25 सितंबर को दिल्ली के पास हिंडन में एक समारोह में आधिकारिक तौर पर वायुसेना में शामिल किया जाएगा.
The IAF's first C-295 MW aircraft landed in Vadodara today. The aircraft would be handed over to the IAF in a formal ceremony on 25 September 2023 at AF Stn Hindan by the Honourable Raksha Mantri Shri Rajnath Singh: Indian Air Force pic.twitter.com/a0B18VWYS1
— ANI (@ANI) September 20, 2023
विमान ने 15 सितंबर को स्पेन के सेविले से उड़ान भरी थी और आज वडोदरा पहुंचने से पहले माल्टा, मिस्र और बहरीन में तीन बार रुका.
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने 13 सितंबर को पहले सी295 विमान को प्राप्त किया था. भारतीय वायु सेना के आधुनिकीकरण के उद्देश्य से सरकार ने ‘एयरबस डिफेंस एंड स्पेस कंपनी’ के साथ दो साल पहले 21,935 करोड़ रुपये में 56 सी295 परिवहन विमानों को खरीदने का सौदा किया था. ये विमान पुराने होते एवरो–748 बेड़े का स्थान लेंगे.
वायुसेना ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “ वायुसेना का पहला सी-295 एमडब्ल्यू विमान आज वडोदरा में उतरा. माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह 25 सितंबर 2023 को एएफ स्टेशन हिंडन में एक औपचारिक समारोह में विमान को वायुसेना को सौंपेगे.”
इस समझौते के तहत एयरबस 2025 तक सेविले में शहर में अपने उत्पादन संयंत्र से ‘फ्लाई-अवे’ (उड़ान के लिये तैयार) स्थिति में पहले 16 सी295 विमानों की आपूर्ति करेगा. इसके बाद शेष 40 विमानों का निर्माण और संयोजन भारत में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड(टीएएसएल) द्वारा वड़ोदरा में किया जाएगा. यह दोनों कंपनियों के बीच हुई एक औद्योगिक साझेदारी के हिस्से के रूप में किया जाएगा.
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