नई दिल्ली: देश भर में नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों की व्यक्तिगत यात्रा और आवागमन के लिए विश्वसनीय, सुविधाजनक, सुरक्षित और किफायती यात्रा की सुविधा देने के लिए भारतीय नौसेना ने सोमवार को अमेरिकी राइड-हेलिंग कंपनी उबर के साथ एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए.
हालांकि, MOU में अधिकारियों और कर्मियों की आधिकारिक यात्रा के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है. उन्हें इसमें सिर्फ उनकी व्यक्तिगत यात्राओं का ही लाभ मिलेगा. उबर भारतीय नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों को कई लाभ भी देगा. इसमें पर एक अलग प्रोफ़ाइल, व्यस्त समय में कीमतों में कम बढ़ोतरी, सभी उबर बुकिंग पर नो कैंसेलेशन फी, टॉप-रेटेड ड्राइवर और 24×7 प्रीमियम सहायता आदि शामिल हैं.
नौसेना के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया, “यह समझौता ज्ञापन व्यक्तिगत उपयोग के लिए है, और इसका भुगतान यूजर्स, यानी नौसेना कर्मियों या उनके परिवारों को करना होगा.”
मई में, उबर सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) में भी शामिल हो गया. यह केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की पारदर्शी खरीद के लिए 2016 में वाणिज्य मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया एक मंच है जो सरकारी मंत्रालयों, विभागों, एजेंसियों और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों को सक्षम करने के लिए है.
यह पूछे जाने पर कि क्या MOU का मतलब यह है कि नौसेना आधिकारिक उपयोग और विभिन्न आयोजनों के लिए निजी टैक्सियों को किराए पर लेना बंद कर देगी, सूत्रों ने बताया कि GeM अब उबर को भी आधिकारिक उद्देश्य के लिए किसी भी टैक्सी प्रदान करने वाली कंपनी की तरह अनुबंधों के लिए बोली लगाने की अनुमति देता है.
एक अन्य सूत्र ने दिप्रिंट से कहा, “सबसे कम बोली लगाने वाला जीतता है. इसलिए यह कोई भी हो सकता है जो सबसे कम बोली पर आवश्यक सेवा का लाभ दे.”
उबर ने 2016 में सरकारी कर्मियों के लिए कैशलेस या कार्डलेस भुगतान विकल्प के साथ-साथ GeM यात्रा हैच और GeM यात्रा सेडान जैसी श्रेणियां भी पेश की थीं.
(संपादनः ऋषभ राज)
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