नई दिल्ली: देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य की बुधवार को तमिलनाडु की नीलगिरि पहाड़ियों में कुन्नूर के पास एक हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई.
सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि भारतीय वायु सेना के एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर में सीडीएस रावत समेत 14 लोग सवार थे, जिसमें हेलीकॉप्टर का चालक दल भी शामिल था. सेना का यह हेलीकॉप्टर कोयंबटूर और सुलूर के बीच वन क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
सूत्रों ने यह भी कहा कि चार लोगों को बचा लिया गया है और उन्हें नीलगिरी के वेलिंगटन में सैन्य अस्पताल डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में भर्ती कराया गया है.
हेलिकॉप्टर के लापता होने के तुरंत बाद खोज और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया था.
#WATCH | Latest visuals from the spot (between Coimbatore and Sulur) where a military chopper crashed in Tamil Nadu. CDS Bipin Rawat, his staff and some family members were in the chopper. pic.twitter.com/6oxG7xD8iW
— ANI (@ANI) December 8, 2021
हादसे के कुछ ही देर बाद टीवी चैनलों में दिखाई गई तस्वीरों में नीलगिरि के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर का मलबा जलता नजर आ रहा था.
जनरल रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को हुआ था और उन्हें 1978 में सेना की गोरखा राइफल्स में कमीशन मिला था. वह 1 जनवरी 2020 से पहली बार सृजित सीडीएस का पद संभालने से पहले 31 दिसंबर 2016 से सेनाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे थे. वह देश के 26वें सेना प्रमुख थे.
कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को लेकर हेलीकॉप्टर कोयंबटूर के सुलुर से वेलिंगटन में डीएससी की ओर जा रहा था, जहां जनरल रावत, थल सेनाध्यक्ष एम. एम. नरवणे के साथ बाद में एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे.
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