नई दिल्ली: आर्म्ड फोर्स के करीब 3500 डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों जिनमें 3,129 सेना से थे, उन्हें टीकाकरण अभियान के पहले दिन वैक्सीन लगाई गई. भारत में आज से ही टीकाकरण अभियान शुरू हुआ है.
रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने कहा कि पहला डोस सेना की मेडिकल टीम को दी गई जो महामारी के खिलाफ सबसे आगे खड़े हैं.
एक सूत्र ने कहा, ‘सेना के 3,129 स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड वैक्सीन दी गई. आज पहला दिन था और ये आंकड़ा प्रतिदिन बढ़ेगा जैसे ही सप्लाई में तेजी आएगी.’
लद्दाख के गतिरोध के बारे में पूछने पर, जहां चीन के साथ विवाद की स्थिति में हजारों सैनिक मौजूद हैं, सूत्रों ने कहा कि लेह, कारू, करगिल और कियारी में शनिवार को टीका लगाया गया.
उन्होंने कहा कि फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता दी गई और उसके बाद लद्दाख में तैनात जवानों को.
फिलहाल, लद्दाख में सेना को पहले चरण में 11 हजार के मुकाबले चार हजार वैक्सीन की शीशी मिली है.
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नेवी के करीब 250 कोविड वॉरियर्स को लगा टीका
दिल्ली में, आर्मी रिसर्च और रेफरल अस्पताल के इतर बेस अस्पताल के डॉक्टरों को टीके लगाए गए.
नेवी और आईएएफ के कोविड वॉरियर्स को भी शनिवार को टीका लगाया गया. नेवी के करीब 250 जवानों को वैक्सीन दी गई वहीं वायु सेना का आंकड़ा अभी अनिश्चित है.
सेना के लिए कोरोना बड़ी चिंता का सबब है खासकर लद्दाख में, जहां पर मौजूदा गतिरोध के मद्देनज़र बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती है.
हालांकि सूत्रों ने कहा था कि लद्दाख में कोरोनावायरस का फैलाव ज्यादा नहीं हुआ, हालांकि कुछ मामले जरूर आए.
पिछले साल सितंबर तक, करीब 2000 सेना के जवान कोरोना से संक्रमित हुए थे और सेना में 16 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे.
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