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Monday, 23 December, 2024
होमसमाज-संस्कृतिइन 12 विवादों ने 2018 में ट्विटर पर मचाई धूम

इन 12 विवादों ने 2018 में ट्विटर पर मचाई धूम

मोदी का फिटनेस चैलेंज वीडियो, अनुष्का शर्मा का कूड़ा फ़ैलाने वाले व्यक्ति को डांटना, अर्बन नक्सल और भाजपा का महंगाई घटाने का ग्राफ आदि ने इस साल खूब सुर्ख़िंयां बटोरीं.

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हर साल की भांति इस साल भी ट्विटर विवाद उपजाने का केंद्र बना रहा. #मीटू से लेकर, राजनेताओं की खिल्ली उड़ाने तक, इस सोशल मीडिया प्लेटफार्म से बहुत सारी सुर्खियां ईजाद हुई हैं. ट्विटर अब भी सेलेब्रिटियों के लिए फटाफट बयान देने का माध्यम बना तो हुआ है, लेकिन यह विवादों से अछूता नहीं रह पाया है. इस साल खूब गहम-गहमी करने वाले ट्विटर पर हुए विवादों की सूची पर ज़रा एक नज़र डालिए.

1. मेट्रो में बाई

इस साल जनवरी में दिल्ली मेट्रो के खाली डिब्बे में फर्श पर बैठी एक घरेलू कर्मी की फोटो खूब वायरल हुई. दिप्रिंट की सान्या ढींगरा द्वारा ट्वीट की गयी इस फोटो में साफ़ दिखा कि इक्कीसवीं सदी के मध्यमवर्गीय लोग आज भी जात-पात की हरकतें करते हैं. इस फोटो पर तमाम लोगों ने टिप्पणियां कीं.

2. इंद्रा नूयी के ‘लेडी चिप्स’

पेप्सिको की पूर्व सीईओ इंद्रा नूयी ने तब खूब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने एक विवादित बयान में यह कह डाला कि महिलाओं की ज़रूरतें अलग हैं और उनके लिए ‘भिन्न तरीके के चिप्स की ज़रूरत है’. ट्विटर पर लोगों ने इस बयान की खूब धज्जियां उड़ाईं. यह विवाद इतना उछला कि पेप्सिको ने इसका खंडन तो किया ही, साथ ही साथ यह भी कहा कि वह ऐसा कोई चिप्स नहीं बनाएगी.

3. मोदी का फिटनेस चैलेंज वीडियो

इस साल मई के महीने में केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने ट्विटर पर हैशटैग फिटनेस चैलेंज चालू किया जिसमें उन्होंने  व्यायाम करते हुए अपना वीडियो अपलोड किया. इस चैलेंज को चेन बनाने के लिए उन्होंने तीन अन्य हस्तियों को नॉमिनेट किया जिसमें विराट कोहली भी शामिल थे. कोहली ने आगे फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामांकित किया जिसे उन्होंने स्वीकारा और 13 जून को अपना कसरत करते हुए का एक वीडियो भी डाला, जिसकी बाद में खूब आलोचना हुई.

4. कूड़ा फ़ैलाने वाले व्यक्ति की अनुष्का शर्मा ने लगाई क्लास

जून के महीने में, विराट कोहली ने ट्विटर पर एक वीडियो डाला जिसमें मुंबई की एक सड़क पर गन्दगी फ़ैलाने वाले शख्स को उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा फटकार लगाती हुई दिख रही थीं. ऑनलाइन हुई इस शर्मिंदगी के बाद अरहान सिंह ने दंपत्ति को कानूनी नोटिस थमा दिया था.

5. राहुल गांधी की जर्मन यात्रा की तस्वीरें

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस साल अगस्त में 2019 चुनावों लिए प्रवासी भारतियों को सम्बोधित करने जर्मनी गए थे. विश्व युद्ध-2 के स्मारक ग्राफिटी दीवार के साथ खिंचवाई गयीं उनकी फोटो उपहास का केंद्र बन गयीं. इन तस्वीरों को खुद कांग्रेस के आधिकारिक हैंडल ने ट्वीट किया था. ट्वीट होने के बाद यह फोटो मीम निर्माताओं के हत्थे चढ़ गयी और उन्होंने ढेरों मीम बना डाले. ये तस्वीरें भाजपा को भी इतनी ज़्यादा हास्यास्पद लगीं कि वे खुद रीट्वीट करने से रोक न सके.

6. अर्बन नक्सल

फिल्म निर्माता व लेखक विवेक अग्निहोत्री ने ट्विटर पर एक विवादास्पद सूची जारी की जिसमें उन्होंने लोगों से अपील की कि सरकार के खिलाफ बयानबाज़ी करने वाले लोगों को शामिल करें, जिनको उन्होंने अर्बन नक्सल करार दिया. लिबरल बुद्धिजीवियों ने अग्निहोत्री के ट्वीट का बखूबी खंडन किया और और खुद को उस लिस्ट में शामिल होने का सुझाव भी दे डाला, लेकिन अग्निहोत्री ने उन में से कुछ को खुद के बनाए ‘पैमानों’ का बहाना देते हुए लिस्ट में शामिल नहीं किया.

7. पेटा की ‘घी मुक्त जन्माष्टमी’

पश्चिम देशों में मशहूर ‘वीगन’ संस्कृति (जिसमें किसी भी प्रकार से पशुओं से प्राप्त भोजन सामग्री का सेवन करना मना है) को भारत में लाने को अग्रसर पीपल फॉर एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ़ एनिमल्स (पेटा) ने इस साल जन्माष्टमी पर लोगों से घी का प्रयोग न करने की गुहार लगाई. इसके लिए उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो भी डाला जिसकी कृष्णभक्तों ने खूब आलोचना की. ट्विटर पर कृष्णभक्तों ने पेटा की इस गुहार को जम कर लताड़ा.

8. भाजपा का भ्रामक ग्राफ

सितम्बर में जब तेल की कीमतें आसमान छू गयीं तब भारतीय जनता पार्टी के ट्विटर हैंडल ने क्षतिपूर्ति करने के लिए ‘बढ़ती तेल कीमतों की सच्चाई’ का टाइटल देकर कुछ ग्राफ ट्वीट किये जिसे देखकर सब सकपका गए. दरअसल भाजपा का गणित तो ठीक था लेकिन उसने गलत ग्राफ लगा डाला जिसकी वजह से पार्टी बुरी तरह ट्रोल भी हुई. भाजपा कहना यह चाहती थी कि यूपीए के शासन में जिस वृद्धि से तेल की कीमतें बढ़ीं, उसके मुकाबले मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए में उस गति से तेल के दामों में वृद्धि देखने को नहीं मिली. लेकिन ग्राफ गलत होने की वजह से कोई भी इस बात को समझ न सका.

9. #मीटू ने भारत में फैलाये पंख

पश्चिमी देशों में अपार सफलता के बाद, #मीटू क्रांति ने अक्टूबर मास में भारत में रिकॉर्ड तोड़े. इस क्रांति के दौरान कई महिलाओं ने उन लोगों के नाम सार्वजनिक किये जिन्होंने किसी समय में उनका यौन शोषण किया था या उनसे यौन सम्बन्ध बनाने की मांग की थी. हज़ारों महिलाओं ने ट्विटर पर कार्यालयों में होने वाली इस छेड़छाड़ की परंपरा का पर्दाफाश किया. इस क्रांति की गूंज इतनी ज़्यादा थी कि #मीटू भारत में 2018 में ट्रेंड किये सबसे अधिक हैशटैग की सूची में शामिल हो गया.

10. स्टेचू ऑफ़ यूनिटी

दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति, सरदार पटेल की स्टेचू ऑफ़ यूनिटी ने सोशल मीडिया की दुनिया के बाहर तो विवाद पैदा किये ही, ट्विटर पर भी कई मौकों पर यह विवादों का केंद्र बनी.

अपने उद्घाटन के बाद ही स्टेचू ऑफ़ यूनिटी विवादों में फंस गयी. पर्यटन स्थल के शिलापट्ट पर 10 भाषाओं में ‘स्टेचू ऑफ़ यूनिटी’ का अनुवाद लिखा गया था. लेकिन भाषा विशेषज्ञों ने इन अनुवादों में गलतियां ढूंढने में देरी नहीं लगायी और इस बात की जमकर आलोचना की. तमिल, उर्दू, अरबी, रूसी भाषाओं में जिस तरह इसे लिखा गया, वह न तो उस भाषा में बोले जा सकते थे और न ही उनका कोई अर्थ निकल रहा था. ट्विटर पर हुई तगड़ी आलोचना के बाद, वहां के अधिकारीयों ने इस शिलापट्ट को ही फ़र्ज़ी करार दिया.

दूसरी बार पहली नवम्बर को इस मूर्ति ने खूब सुर्खियां बटोरीं जब कांग्रेस पार्टी की सोशल मीडिया हेड दिव्या स्पंदना ने मूर्ति के पास खड़े नरेंद्र मोदी की तुलना चिड़िया की बीट से कर दी थी. लेफ्ट-राइट चारों ओर से स्पंदना के इस कृत्य की खूब आलोचना हुई, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने ट्वीट को डिलीट नहीं किया.

11. जैक डोरसे का ब्राह्मण पैतृकता की ओर निशाना

नवम्बर में हुई अपनी भारत यात्रा के दौरान ट्विटर के सीईओ जैक डोरसे उस वक़्त सुर्ख़ियों में छा गए जब उनके हाथ में #SmashBrahminicalPatriarchy (ब्राह्मण पितृसत्ता का खात्मा करो) पोस्टर वाला फोटो वायरल हो गया. ट्विटर जो लोगों को एक साफ़-सुथरे तरीके से बातचीत करने का प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने की कसमें खाता है, वह खुद ही ब्राह्मण तबके को ठेस पहुंचा बैठा. उच्च जातीय और दक्षिणपंथियों ने जैक की खूब आलोचना की और यह भी कहा कि यदि उन्हें पितृसत्ता को ही खत्म करना है तो हर तरीके की पितृसत्ता को ख़त्म करें न कि ब्राह्मणों पर तंज कसें.

12. राहुल गांधी का ट्यूशन वाला वीडियो

राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव जीत कर कांग्रेस पार्टी ने हिंदी बेल्ट पर कब्ज़ा कर लिया. लेकिन इसके तुरंत बाद ही राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस का एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया गांधी को बता रहे थे कि उनको मीडिया से क्या कहना चाहिए. भाजपा और उनके समर्थकों को मिली ताज़ी हार के बाद यह वीडियो प्राप्त हुआ जिससे उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष की खिल्ली उड़ाने में बिल्कुल देर नहीं लगायी. ट्विटर पर भाजपा के आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय और स्मृति ईरानी ने इस वीडियो को ट्वीट किया, जहां ईरानी ने कहा कि ‘गांधी को सपने देखने और कुछ बोलने तक के लिए भी ट्यूशन लेनी पड़ती है’.

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