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Sunday, 22 December, 2024
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ऑल इन वन थे सतीश कौशिक, नाटकों में अभिनय से लेकर एक्टर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर तक ऐसा था सफर

सतीश की मृत्यु ने उनके प्रशंसकों और बॉलीवुड इंडस्ट्री को एक बड़ा झटका दिया क्योंकि सात मार्च तक वो बिल्कुल ठीक थे और उन्होंने जावेद अख्तर की होली पार्टी भी अटेंड की थी.

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नई दिल्ली: मिस्टर इंडिया फिल्म में अपने किरदार कैलेंडर से फेमस सतीश कौशिक का गुरुवार को 66 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया.

जब जब देश में कैलेंडर की बात होगी तब तब गोल मटोल और बच्चों का प्यारा कैलेंडर यानी सतीश कौशिक का मुस्कुराता हुआ चेहरा याद आएगा. 1983 में फिल्म ‘मासूम’ से अपनी करियर की शुरुआत करने वाले कौशिक को 1987 में अपने किरदार कैलेंडर के कारण ही फिल्म इंडस्ट्री में पहचान मिली.

सतीश की मृत्यु ने उनके प्रशंसकों को बॉलीवुड इंडस्ट्री को एक बड़ा झटका दिया है क्योंकि वह केवल 66 वर्ष के थे और सात मार्च तक वो बिल्कुल ठीक थे और उन्होंने जावेद अख्तर के घर हो रही बॉलीवुड होली पार्टी भी अटेंड किया था.

फिल्म इंडस्ट्री में सतीश का योगदान अद्वितीय था. वह न केवल एक प्रतिभाशाली अभिनेता थे, बल्कि एक प्रतिभाशाली लेखक, निर्देशक और निर्माता भी थे. उनकी उल्लेखनीय बहुमुखी प्रतिभा और किरदारों ने सभी पीढ़ियों के दर्शकों को आकर्षित किया. उनके द्वारा निभाई गई हर भूमिका में हास्य और गर्मजोशी का संचार करने की उनकी अद्वितीय क्षमता थी.

एक अभिनेता के रूप में सतीश की सफलता ने उनके लिए एक लेखक, निर्देशक और निर्माता के रूप में दरवाजे खोल दिए. उन्होंने कल्ट क्लासिक ‘जाने भी दो यारो’ की पटकथा लिखी और ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ और ‘हम आपके दिल में रहते हैं’ जैसी हिट फिल्मों का निर्देशन किया. उन्होंने ‘तेरे नाम’ और ‘मिलेंगे मिलेंगे’ सहित कई सफल फिल्मों को प्रोड्यूस भी किया.

सतीश ने अपने करियर की शुरुआत एक मंच अभिनेता के रूप में की, बॉलीवुड में कुछ बड़ा करने के अपने सपनों को आगे बढ़ाने के लिए मुंबई जाने से पहले दिल्ली भर में नाटकों में अभिनय किया.

अभिनेता के निधन की खबर से फिल्म इंडस्ट्री से लेकर राजनीति तक शोक की लहर दौर पड़ी.


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योगदान को हमेशा याद किया जाएगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘सुप्रसिद्ध फिल्मी हस्ती श्री सतीश कौशिक जी के असामयिक निधन से बहुत दुख हुआ. उन्होंने अपने अद्भुत अभिनय और निर्देशन की बदौलत दिल जीता, उनकी रचनाएं दर्शकों का मनोरंजन करती रहेंगी. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं.’

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को अभिनेता-निर्देशक के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि भारतीय सिनेमा उनके योगदान को हमेशा याद रखा जायेगा.

केंद्रीय गृह मंत्री ने ट्वीट किया अभिनेता, ‘निर्देशक और लेखक सतीश कौशिक जी के आकस्मिक निधन से गहरा दुख हुआ. भारतीय सिनेमा, कलात्मक कृतियों और प्रदर्शनों में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा. उनके परिवार और अनुयायियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना.’

13 अप्रैल, 1956 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में जन्में सतीश कला के प्रति गहरे प्रेम के साथ बड़े हुए. उन्होंने 1972 में किरोड़ीमल कॉलेज, दिल्ली से ग्रेजुएशन की और औशिक राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) और भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (FTII) के पूर्व छात्र थे.

सतीश ने 1985 में शशि कौशिक से शादी की थी. उनके बेटे शानू कौशिक की 1996 में मृत्यु हो गई जब वह सिर्फ दो साल के थे. 2012 में सरोगेसी के जरिए उनकी बेटी वंशिका का जन्म हुआ.

दोस्ती पर फुल स्टॉप

सतीश के सबसे पुराने और खास दोस्त अनुपम खेर ने गुरुवार को ट्वीट कर उनके मृत्यु की जानकारी दी. उन्होंने ट्वीट किया, मैं जानता हूं ‘मृत्यु इस संसार का परम सत्य है!’ लेकिन मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि अपने जिगरी दोस्त के बारे में ये बात मैं जीते जी लिखूंगा. 45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक लगा फुल स्टॉप !! आपके बिना जीवन पहले जैसा नहीं रहेगा सतीश.’

अनिल कपूर, अनुपम खेर और सतीश कौशिक की यह तिगड़ी दोस्ती बहुत ही खास है. तीनों की दोस्ती लगभग 45 साल पुरानी है.

सतीश कौशिक ने साल 2022-23 में एक के बाद एक हिट फिल्में दीं. उन्हें आखिरी बार फिल्म छत्रीवाली में देखा गया था और वह कंगना रनौत की इमरजेंसी की शूटिंग कर रहे थे जो कि 2023 के अंत तक रिलीज़ हो सकती है. ‘इमरजेंसी’ फिल्म में कंगना ने भारतीय पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है वहीं सतीश कौशिक ने फिल्म में राजनेता जगजीवन राम का किरदार निभाया.

कंगना ने उनके मौत पर शोक जताते हुए लिखा, ‘इस भयानक खबर से जागी, वह मेरे सबसे बड़े चीयरलीडर थे, एक बहुत ही सफल अभिनेता और निर्देशक सतीश कौशिकजी व्यक्तिगत रूप से भी बहुत दयालु और सच्चे इंसान थे. उनके साथ ‘इमरजेंसी’ काम करना बहुत अच्छा रहा. उनकी कमी खलेगी.’

सतीश को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार और सम्मान मिले. दिवंगत अभिनेता ने 1997 में अपनी फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता की श्रेणी में फिल्मफेयर पुरस्कार जीता था और इससे पहले उन्होंने 1990 की फिल्म ‘राम लखन’ के लिए इसी श्रेणी में फिल्मफेयर पुरस्कार जीता था.

सतीश ने खुद को बॉलीवुड में सबसे अधिक मांग वाले कॉमेडियन के रूप में स्थापित किया, जो अक्सर सहायक भूमिकाएं निभाते थे और फिल्म में हंसाने के लिए जाने जाते थे. उन्हें एक लेखक और निर्देशक के रूप में उनके काम के लिए भी जाना जाता था, उन्होंने ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ और ‘हम आपके दिल में रहते हैं’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया था जो कि अपने समय की हिट फिल्मे थी.

सतीश मुंबई में शबाना आजमी और जावेद अख्तर की होली पार्टी में शामिल हुए जिसकी तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर अब वायरल हो रहे हैं. वह बुधवार को अपने एक करीबी दोस्त की होली पार्टी में शामिल होने के लिए दिल्ली आये थे जब कथित तौर पर उसकी तबीयत खराब हो गई थी.

सतीश कौशिक का आखिरी ट्वीट होली सेलिब्रेशन इवेंट का था. उन्होंने पार्टी के दौरान जावेद अख्तर, अली फजल, ऋचा चड्ढा और महिमा चौधरी के साथ ली गयी तस्वीरें अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया था.


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