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Monday, 4 November, 2024
होमदेशकर्ज के बोझ से दब गए थे कला निर्देशक नितिन देसाई, पीएम मोदी के साथ था उनका खास रिश्ता

कर्ज के बोझ से दब गए थे कला निर्देशक नितिन देसाई, पीएम मोदी के साथ था उनका खास रिश्ता

नितिन देसाई मोदी जी के साथ सीएम से पीएम बनने तक जुड़े रहे हैं और 2003 में जहां 80 फीट वाला कमल का स्ट्रक्चर बनाया वहीं उनके पीएम बनने के बाद उनके स्पेशल 67 इवेंट भी डिजाईन किए.

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नई दिल्ली: सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन के लिए चार बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतने वाले प्रसिद्ध फिल्म कला निर्देशक नितिन चंद्रकांत देसाई ने बुधवार को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में अपने स्टूडियो कर्जत में फांसी लगाकर खुदखुशी कर ली.

नितिन मुख्य रूप से सलाम बॉम्बे, 1942 ए लव स्टोरी, खामोशी, कामसूत्र, हम दिल दे चुके सनम, मिशन कश्मीर, लगान, देवदास, द लीजेंड ऑफ भगत सिंह, मुन्नाभाई एमबीबीएस, स्वदेस, मंगल पांडे, स्लमडॉग मिलियनेयर, जोधा अकबर फिल्मों में कला निर्देशन कर चुके हैं.

प्रसिद्ध कला निर्देशक ने 1987 में टीवी सीरियल तमस में चौथे सहायक के रूप में शुरुआत की थी और बाद में 4 राष्ट्रीय पुरस्कार जीते. उन्होंने 2005 में कर्जत में अपना एनडी स्टूडियो खोला था.” जो करीब 43 एकड़ में फैला था.

इस स्टूडियो जहां बड़े- बड़े किले बनाए गए हैं वहीं शहर का बाजार, हवेली, मंदिर और एक गांव जैसी लोकेशन भी है. बिग बॉस से लेकर कई लाइव शो तक इस स्टूडियो में हो चुके है. दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट में लिखा है कि किस तरह से नितिन ने इस स्टूडियो में 25000 वर्ग फुट का एक विशाल इनडोर फ्लोर, प्रॉप्स चैंबर और रॉयल पैलेस, किले और गांव जैसे लोकेशन के सेट बनाए हैं. यही नहीं भारत का पहला थीम पार्क भी इसी स्टूडियो में बनाया गया था.

इस स्टूडियो में नितिन ने कई इंटरनेशनल प्रोजेक्ट भी किए.

मंगल पांडे से पीएम मोदी तक का सफर

हालांकि स्टूडियो में सबसे पहले आमिर खान की ‘मंगल पांडे- द राइजिंग’ की शूटिंग हुई थी. उसके बाद न तो नितिन ने और न ही स्टूडियो ने पीछे पलटकर देखा.

नितिन ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने अभी तक 198 फिल्में, 200 टीवी सीरियल और 350 गेम शोज के लिए काम किया है.

हालांकि बहुत कम लोगों को पता है कि नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो 2003 में उन्होंने नितिन देसाई को फोन किया था और 500 एकड़ जमीन देने का ऑफर भी किया था. यही नहीं देसाई मोदी जी के साथ सीएम से पीएम बनने तक जुड़े रहे हैं और 2003 में जहां 80 फीट वाला कमल का स्ट्रक्चर बनाया वहीं उनके पीएम बनने के बाद उनके स्पेशल 67 इवेंट भी डिजाईन किए. वाराणसी के घाटों को जिस तरह से सजाया संवारा जा रहा है उसमें देसाई का अहम योगदान है.

पुलिस के मुताबिक, देसाई 57 का शव मुंबई से करीब 80 किलोमीटर दूर कर्जत में उनके एनडी स्टूडियो में लटका हुआ मिला. जांच कर रहे अधिकारी ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस देसाई के karjat स्टूडियो पहुंची. देसाई की मौत के मामले की सभी पहलुओं से जांच की जा रही है.

देसाई की पहली फीचर फिल्म 1993 में अधिकारी ब्रदर्स की भूकैम्प थी, लेकिन 1994 में विधु विनोद चोपड़ा की पीरियड फिल्म, 1942: ए लव स्टोरी से उन्हें लोकप्रियता मिलने लगी थी.

2003 में भक्ति फिल्म, देश देवी मां आशापुरा के साथ वह फिल्म निर्माता बने. मुंबई के बाहरी इलाके कर्जत में स्थित, एनडी स्टूडियो 2005 में उनके द्वारा खोला गया था.

आर्थिक तनाव में थे

मई 1987 में देसाई पहली बार मुंबई के फिल्म सिटी स्टूडियो गए और तुरंत स्टिल फोटोग्राफी के 2-डी प्रारूप से कला निर्देशन की 3-डी दुनिया कदम रखा.

देसाई के इस प्रकार अचानक निधन पर बॉलीवुड हस्तियों ने भी शोक जताया और उन्हें श्रद्धांजलि दी. अभिनेता नील नितिन मुकेश ने कहा, “इस खबर को स्वीकार करना बहुत मुश्किल है. हमारे प्यारे नितिन अपने स्वर्गीय निवास के लिए रवाना हो गए हैं. वह एक प्रतिभाशाली व्यक्ति थे. शालीनता और शैली वाले एक दूरदर्शी कलाकार जो न केवल अपनी कला को बल्कि लोगों को भी समझते थे. वह एक सकारात्मक व्यक्ति थे जिन्होंने सभी में केवल प्रेम फैलाया. भगवान उनके परिवार को शक्ति दे.”

महाराष्ट्र के विधायक महेश बाल्दी ने कला निर्देशक की मौत की पुष्टि करते हुए कहा, “वह आर्थिक तनाव में थे और आत्महत्या का यही एकमात्र कारण हो सकता है.”

देसाई अपने अभिनव स्टूडियो डिजाइन के लिए जाने जाते थे और उन्होंने आशुतोष गोवारिकर, विधु विनोद चोपड़ा, राजकुमार हिरानी और संजय लीला भंसाली जैसे फिल्म निर्माताओं के साथ भी काम किया है.

अभिनेता रितेश देशमुख ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “यह जानकर गहरा सदमा लगा कि भारतीय सिनेमा के विकास में बहुत बड़ा योगदान देने वाले महान प्रोडक्शन डिजाइनर नितिन देसाई अब नहीं रहे.”

देसाई ने सीएम के रूप में उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह का मंच भी डिजाइन किया था.

उन्होंने मुलुंड के वामनराव मुरंजन हाई स्कूल में मराठी माध्यम से पढ़ाई की. उन्होंने जे.जे. में फोटोग्राफी का अध्ययन किया. फिल्मों में आने से पहले उन्होंने मुंबई में स्कूल ऑफ आर्ट और एल.एस.रहेजा स्कूल ऑफ आर्ट्स में पढ़ाई की थी.


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फिल्मफेयर राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 

नितिन के काम की हमेशा से ही काफी सराहना होती रही है. उन्होंने चार बार सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर, लगान, देवदास और हम दिल दे चुके सनम) जीता. और तीन बार सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन का फिल्मफेयर पुरस्कार (देवदास, खामोशी, 1942: ए लव स्टोरी) जैसी फिल्मों के लिए पुरस्कार जीते थे.

प्रसिद्ध कला निर्देशक ने 2009 में ‘हरिश्चंद्राची फैक्ट्री’ के लिए महाराष्ट्र राज्य पुरस्कार भी जीता था.

फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर ने कला निर्देशक नितिन चंद्रकांत देसाई को याद करते हुए कहा, “मैंने उनके साथ चार फिल्मों – ट्रैफिक सिग्नल, फैशन, इंदु सरकार और जेल में काम किया था. वह एक प्रतिभाशाली कला निर्देशक थे. भारतीय फिल्म उद्योग में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा.”

रायगढ़ के एसपी ने घटना पर और जानकारी देते हुए कहा कि हमें कला निर्देशक नितिन देसाई का शव karjat में उनके स्टूडियो में लटका हुआ मिला है. सेट पर एक कर्मचारी ने पुलिस को इस बारे में सूचित किया था.

उन्होंने कहा, “जब पुलिस की टीम स्टूडियो पहुंची तो हमने उनके शरीर को लटका हुआ देखा. हम अधिक जानकारी के लिए आगे की जांच कर रहे हैं.”

पत्रकार जीतेंद्र दीक्षित ने कहा, बॉलीवुड के जाने-माने कला निर्देशक नितिन देसाई ने अपने कर्जत स्टूडियो में आत्महत्या कर ली. वह एक अच्छे दोस्त थे. उनका आखिरी इंटरव्यू नवंबर 2019 में शिवाजी पार्क में हुआ था. उन्होंने सीएम के रूप में उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह का मंच डिजाइन किया था.

देसाई विशेष रूप से हम दिल दे चुके सनम (2000), लगान (2002), और देवदास (2003), जोधा अकबर (2008) और प्रेम रतन धन पायो (2015) जैसी फिल्मों में अपने काम के लिए प्रसिद्ध हुए.


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