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Friday, 28 March, 2025
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सांस्कृतिक पहचान और अलग स्टाइल: एशियन सिनेमा कैसे दुनियाभर में अपना दबदबा बढ़ा रहा है

AFAA की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर जोसी लिन ने बताया कि वे एशियाई देशों में टूरिंग रोड शो आयोजित कर रहे हैं, जहां प्रतिभाशाली फिल्म निर्माताओं और बेहतरीन हांगकांग फिल्मों को प्रदर्शित किया जा रहा है.

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हांगकांग: एशियन फिल्म अवॉर्ड एकेडमी (AFAA) की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर जोसी लिन ने कहा कि एशियाई फिल्म उद्योग लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है और वैश्विक मंच पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है. एशिया फिल्म अवॉर्ड (AFA) का उद्देश्य न सिर्फ बेहतरीन सिनेमा को पहचान देना है, बल्कि एशियाई सिनेमा की विविधता और समृद्धि को वैश्विक दर्शकों के सामने लाना भी है.

दरअसल, 16 मार्च को हांगकांग के कोलून में हुए एशिया फिल्म अवॉर्ड्स में एशिया के विभिन्न देशों से आए सिनेमा के सितारों ने एशियाई सिनेमा की भूमिका को पहचान दिलाने और उसे वैश्विक स्तर पर स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई.

लिन ने कहा, “एशियाई सिनेमा तेजी से बढ़ रहा है और दुनियाभर में अपनी पहचान बना रहा है. एशियाई फिल्म अवॉर्ड्स कला और संस्कृति के आदान-प्रदान का एक अहम मंच हैं, जो अलग-अलग देशों के फिल्म निर्माताओं को जोड़ते हैं. इससे एशियाई फिल्मों को ज्यादा पहचान और सराहना मिलती है.”

लिन के मुताबिक, एशिया फिल्म अवॉर्ड का मकसद एशियाई सिनेमा की बेहतरीन उपलब्धियों को पहचानना और उनका जश्न मनाना है. यह दुनियाभर के दर्शकों को एशियाई फिल्मों की विविधता और खूबसूरती दिखाने के साथ-साथ उन्हें और लोकप्रिय बनाने में मदद करता है. इससे इस क्षेत्र के सिनेमा को ज्यादा सराहना और पहचान मिलती है.

लिन ने कहा कि एशियाई सिनेमा को खास बनाने वाले कुंग फू, पारंपरिक रीति-रिवाज और मजबूत पारिवारिक मूल्यों जैसे अनोखे सांस्कृतिक तत्व और फिल्म बनाने की अलग शैली हैं. ये खासियतें न सिर्फ एशियाई फिल्मों को पश्चिमी फिल्मों से अलग बनाती हैं, बल्कि अलग-अलग तरह की कहानियां देखने के शौकीन दुनियाभर के दर्शकों को भी पसंद आती हैं.

“एशियाई सिनेमा वैश्विक बाजार में एक ठोस पैर जमा रहा है, जो दुनिया भर के दर्शकों के लिए एक समृद्ध और अधिक विविध सिनेमाई अनुभव में योगदान दे रहा है,” उन्होंने आगे कहा.

ताइवानी अभिनेत्री यांग कुई-मेई ने कार्यक्रम के दौरान एशियाई फिल्मों की भूमिका और महत्व पर जोर दिया.

यांग कुई-मेई ने कहा, “एशियाई सिनेमा बाजार बहुत बड़ा है और यह वैश्विक सिनेमा उद्योग में अहम भूमिका निभा रहा है. दुनिया को एशियाई सिनेमा के योगदान को स्वीकार करने की जरूरत है.”

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एशियन फिल्म अवॉर्ड के दौरान बातचीत करते फिल्मी सितारे | फोटो: X/@AsianFilmAwards

भारतीय फिल्ममेकर पायल कपाड़िया ने भी इस बात को रेखांकित किया कि एशियाई सिनेमा बेहद व्यापक और समृद्ध है. एशिया से शानदार काम सामने आ रहा है, और इस समुदाय का हिस्सा बनना गर्व की बात है, खासतौर पर जब इसे सम्मान और पहचान मिल रही है.

मजबूती बनाने की योजनाएं

एशियन फिल्म अवॉर्ड एकेडमी (AFAA) न सिर्फ सालाना आयोजित होने वाले एशियन फिल्म अवॉर्ड तक सीमित है, बल्कि इसके तहत कई दीर्घकालिक परियोजनाएं चलाई जा रही हैं. एकेडमी का मुख्य उद्देश्य एशियाई सिनेमा को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाना और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है.

एशियन फिल्म अवॉर्ड एकेडमी (AFAA) की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर जोसी लिन ने बताया कि वे थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया और कंबोडिया जैसे विभिन्न एशियाई देशों में अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए प्रतिभाशाली फिल्म निर्माताओं के साथ-साथ नवीनतम और उच्चतम गुणवत्ता वाली हांगकांग फिल्मों को प्रदर्शित करने के लिए टूरिंग रोड शो (हांगकांग फिल्म गाला प्रेजेंटेशन) आयोजित कर रहे हैं. इसके अलावा हांगकांग में स्क्रीनिंग कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है जो स्थानीय दर्शकों को बेहतरीन एशियाई फिल्मों और प्रतिभाओं से परिचित कराता है.

इसके अलावा, AFAA फिल्म जगत में नई प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए छात्र यात्रा कार्यक्रम भी संचालित करता है, जिसके तहत हांगकांग के छात्रों को अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में भाग लेने का अवसर मिलता है. मास्टरक्लास कार्यक्रम के माध्यम से अनुभवी एशियाई फिल्म निर्माता अपनी विशेषज्ञता और अनुभव साझा करते हैं, ताकि अगली पीढ़ी के फिल्म निर्माताओं को प्रेरणा और मार्गदर्शन मिल सके.

AFAA का लक्ष्य क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एशियाई सिनेमा की मजबूती और उसकी पहचान को आगे बढ़ाना है, जिससे एशिया के सिनेमाई योगदान को विश्व स्तर पर और अधिक सराहा जा सके.


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