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Friday, 22 November, 2024
होमदेशमोदी ने कहा- संसद सत्र में सांसद देश के विकास में गति देंगे, उत्तम वाद-विवाद हो हम यही चाहते हैं

मोदी ने कहा- संसद सत्र में सांसद देश के विकास में गति देंगे, उत्तम वाद-विवाद हो हम यही चाहते हैं

मोदी ने कहा, 'पिछले दिनों सभी दलों के नेताओं से मिलने का मौका मिला. पिछला सत्र अभूतपूर्व सिद्धियों से भरा रहा, यह सिद्धी पूरे सदन की होती है. सभी सांसद इसके हकदार होते हैं.'

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नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू होने जा रहा है. सत्र शूरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ‘यह 2019 का आखिरी सत्र है और बहुत महत्वपूर्ण सत्र है. यह राज्यसभा का 250वां सत्र है. 26 नवंबर को संविधान दिवस है. संविधान देश की एकता, अखंडता और सौंदर्य को अपने में समेटे हुए है.’

मोदी ने कहा, ‘पिछले दिनों सभी दलों के नेताओं से मिलने का मौका मिला. पिछला सत्र अभूतपूर्व सिद्धियों से भरा रहा, यह सिद्धी पूरे सदन की होती है. सभी सांसद इसके हकदार होते हैं. यह सत्र देश के विकास को गति देगा.’

 

उन्होंने कहा, ‘मैं सकारात्मक सक्रिय भूमिका के लिए सभी सांसदों का आभार व्यक्त करता हूं और आशा करता हूं कि ये सत्र भी देश की विकास यात्रा को, देश को गति देने में और दुनिया जिस तेज़ी से आगे बढ़ रही है उसके साथ कदम मिलाने का सामर्थ्य हम हमारी संसद में भी प्रकट करें.’

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम सभी मुद्दों को सदन में रखेंगे और चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर से सांसद फारूक अब्दुल्ला के सत्र में शामिल होने का भी मुद्दा हम सदन में उठाएंगे.

अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री से उम्मीद करते हैं कि वो और सत्तारुढ़ दल जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने की सदन में अनुमति देगी. संसद का मतलब ही होता है कि वहां चर्चा और वाद-विवाद हो.

उन्होंने कहा कि ये सरकार के ऊपर है कि वो सदन को ठीक से चलने दे और विपक्ष की बातों को सुना जाए. यही संसदीय लोकतंत्र की मूल भावना होती है.

कांग्रेस ने लोकसभा में स्थगन नोटिस दिया है. जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद अस्थिरता को लेकर कांग्रेस ने यह नोटिस दिया है.

संसद के शीतकालीन सत्र से पहले रविवार को बुलायी गई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्वासन दिया था कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है, जबकि विपक्ष ने लोकसभा सांसद फारूक अब्दुल्ला की हिरासत के मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया और मांग की कि उन्हें सदन में भाग लेने की अनुमति दी जाए.

सर्वदलीय बैठक के बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं से कहा था कि पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम को भी संसद की कार्रवाई में भाग लेने की इजाजत मिलनी चाहिए.

 

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