scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमदेशवाशिंगटन पोस्ट ने आतंकी बगदादी को बताया धार्मिक स्कॉलर, हुए ट्रोल

वाशिंगटन पोस्ट ने आतंकी बगदादी को बताया धार्मिक स्कॉलर, हुए ट्रोल

वाशिंगटन पोस्ट ने बगदादी को बताया 'धार्मिक स्कॉलर'. सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद आनन-फानन में संस्थान ने एक के बाद एक कई हेडिंग बदली और आखिरी हेडिंग में आतंकी सरगना कहा.

Text Size:

नई दिल्ली: आतंकी अबू बकर अल बगदादी कल अमेरिकी सेना द्वारा मारा गया और सोशल मीडिया पर छाया रहा और उसके साथ छाया रहा वाशिंगटन पोस्ट. वाशिंगटन पोस्ट ने बगदादी के मारे जाने पर अजीबो-गरीब हेडिंग लगाई जिसमें उसे ‘धार्मिक विद्वान’ बताया और पूरे दिन सोशल मीडिया पर इस हेडिंग का स्क्रीन शॉट छाया रहा. मजेदार बात यह है कि वाशिंगटन पोस्ट बार-बार हेडिंग बदलता रहा और ट्रोल होता रहा.

वाशिंगटन पोस्ट ने बगदादी को पहले ‘धार्मिक स्कॉलर’ बताया. सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद आनन-फानन में संस्थान ने बगदादी को आतंक का मुखिया कहा और इस बदलाब की कड़ी में तीसरी बार उसे आतंकी सरगना कहा गया.

अमेरिकी सेना द्वारा उत्तरी पश्चिमी सीरिया में बगदादी को मौत के घाट उतारे जाने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी घोषणा की थी.

वह स्कीनशॉट जिसके बाद वाशिंगटन पोस्ट सोशल मीडिया में ट्रोल होने लगा/ सोशल मीडिया

लेकिन वाशिंगटन पोस्ट की हेडिंग में उसे धार्मिक स्कॉलर कहे जाने पर वाशिंगटन पोस्ट की वाइस प्रेसिडेंट ऑफ कम्युनिकेशन ने कहा, ‘हमने समय रहते हेडलाइन को बदल दिया था.हेडलाइन इस तरह की नहीं जानी चाहिए थी.’

लेकिन सोशल मीडिया खासकर ‘ट्विटर’ पर तब तक वाशिंगटन पोस्ट की वह धार्मिक स्कॉलर वाली हेडलाइन ट्रोल हो चुकी थी.

वैसे बगदादी की हत्या किए जाने की घोषणा भी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की और लिखा कि ‘अभी बहुत बड़ा कुछ हुआ है.’ बाद में उन्होंने मीडिया से बातचीत कर अमेरिकी सेना की कामयाबी के बारे में जानकारी दी.

बता दें कि 25 अक्टूबर को ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वाशिंगटन पोस्ट और न्यू यॉर्क टाइम्स की वाइट हाउस में सब्सक्रिप्शन को बंद कर दिया था. राष्ट्रपति ट्रंप ने फॉक्स न्यूज को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘न्यू यॉर्क टाइम्स फेक न्यूज देता है इसलिए हम उसका सब्सक्रिप्शन वाइट हाउस में बंद कर रहे हैं और वही हाल वाशिंगटन पोस्ट का भी है.’

अमेरिका को बगदादी के उत्तराधिकारियों के बारे में पता है: ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को दावा किया कि अमेरिका मारे गए आईएसआईएस प्रमुख अबू बकर अल बगदादी के उत्तराधिकारियों के बारे में जानता है और उन पर नजर रख रहा है. ट्रंप ने रविवार को घोषणा की थी कि इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) सरगना अबू बकर अल बगदादी शनिवार को उत्तर-पश्चिमी सीरिया में अमेरिका के विशेष बलों की कार्रवाई में मारा गया.

राष्ट्रपति ट्रंप ने बगदादी के मारे जाने की घोषणा के बाद पत्रकारों से कहा, ‘हम उसके उत्तराधिकारियों के बारे में जानते हैं और उन पर हमारी नजर है.’

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, इस साल के शुरुआत में अमेरिकी सैनिकों ने अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के बेटे हमजा बिन लादेन को मार गिराया था.

ट्रंप ने कहा, ‘हमजा बिन लादेन को मार गिराना बड़ी उपलब्धि थी लेकिन यह सबसे बड़ी उपलब्धि है. ओसामा बिन लादेन बहुत बड़ा आतंकवादी था लेकिन लादेन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले से बड़ा आतंकवादी बना था. वहीं इस व्यक्ति ने पूरे क्षेत्र पर कब्जा करके एक देश बना लिया था जिसे वह ‘खिलाफत’ कहता था और वह यह दोबारा करने का प्रयास कर रहा था.’

उन्होंने कहा, ‘मैंने बगदादी की सेहत के बारे में बहुत नहीं सुना था. मैंने सुना था कि उसकी सेहत ठीक नहीं थी लेकिन वह बहुत खौफनाक मौत मरा, यह मैं आपसे कह सकता हूं.’

बगदादी की मौत आईएस को हराने के अभियान में एक बड़ी जीत:अमेरिकी रक्षा मंत्री

अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा है कि उत्तर पश्चिमी सीरिया में अमेरिकी हवाई हमले में दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादी अबू बकर अल-बगदादी का मारा जाना आईएसआईएस के खिलाफ अभियान में बड़ी कामयाबी है.

एस्पर ने रविवार को कहा कि यह अमेरिका के लिए और दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है. शनिवार देर रात अमेरिका के संयुक्त विशेष अभियान बलों और अनेक एजेंसियों ने कमांडर-इन-चीफ-निर्देशित ऑपरेशन को पूरा किया. यह अभियान था बगदादी को पकड़ा या उसे समाप्त करना.

उन्होंने कहा कि बगदादी अमेरिकी सेना के हाथों मारा जा चुका है.

रक्षा मंत्री ने एक बयान में कहा,‘इस वर्ष की शुरुआत में हमने हमारे सहयोगियों के साथ मिलकर आईएसआईएस को शिकस्त दी थी और अब इसका सरगना मारा गया है.’

संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने एक समाचार चैनल से साक्षात्कार में कहा कि वह खूंखार जिसने दुनिया में इतना आंतक फैलाया था वह अपने अंतिम क्षणों में अमेरिकी सेना से पूरी तरह से डरा हुआ था.

share & View comments