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Wednesday, 20 November, 2024
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सभी दलों में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में भाजपा के 16 विधायक राजनीतिक परिवार से हैं

राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले 29 में से 17 लोगों ने चुनाव में जीत दर्ज की. वहीं कांग्रेस में 36 में से 21 लोगों ने बाजी मारी.

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नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी वंशवादी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आई है. राजनीतिक परिवार से आने वाले 16 विधायकों ने इस विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है.

भाजपा महाराष्ट्र और हरियाणा दोनों प्रदेशों में अच्छी सफलता दर के साथ सबसे बड़ी वंशवादी पार्टी के रूप में उभरी है.

दोनों राज्यों में भाजपा के 29 उम्मीदवारों में से 17 ने पार्टी के लिए कामयाबी हासिल की. इनमें से महाराष्ट्र में 16 की जीत हुई, जहां 27 राजनीतिक उत्तराधिकारियों ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और हरियाणा में दो में से एक को जीत मिली.

भाजपा के राजनीतिक उत्तराधिकारियों की सफलता दर 58.62 प्रतिशत है, जो सभी दलों द्वारा चुनाव में उतारे गए उम्मीदवारों के लिए कुल औसत से 59 प्रतिशत से नीचे है.

चित्रण : अरिंदम मुख़र्जी/ दिप्रिंट

जबकि कांग्रेस ने दोनों राज्यों में काफी राजनीतिक उत्तराधिकारियों को मैदान में उतारा था. इनमें 21 उम्मीदवार जीते हैं. इनमें महाराष्ट्र में 20 में 14 कांग्रेस उम्मीदवार जीते हैं और हरियाणा में 16 में से 7 उम्मीदवार. यह भाजपा के लिहाज से थोड़ा कम है. इनकी सफलता दर 58.33 प्रतिशत है.

कांग्रेस के सहयोगी शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 15 ऐसे उम्मीदवारों को मैदान में उतारा, जिनमें पार्टी प्रमुख के भतीजे रोहित और अजीत शामिल हैं. पूरे महाराष्ट्र में राकांपा की सफलता दर सबसे अधिक है. जो कि 73.3 फीसद है. राकांपा के 11 उम्मीदवारों ने सफलता प्राप्त की है.

चित्रण : अरिंदम मुख़र्जी/ दिप्रिंट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा विपक्ष की लगातार आलोचना के बीच भाजपा के राजनीतिक उत्तराधिकारियों की ये सफलता सामने आई है.

महाराष्ट्र और हरियाणा में राजवंश

सोमवार को हुए विधानसभा चुनाव में राजनीतिक परिवारों से जुड़े कुल 91 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा. इनमें से 54 उम्मीदवार अपनी पार्टी के लिए जीत हासिल करने में कामयाब रहे. इनका स्ट्राइक रेट 59.3 प्रतिशत है.

हरियाणा से चुनाव लड़ने वाले 22 राजनीतिक उत्तराधिकारियों में से 12 जीते हैं. महाराष्ट्र में 69 में से 42 की जीत हुई है.

चित्रण : अरिंदम मुख़र्जी/ दिप्रिंट

गुरुवार को दोनों राज्यों महाराष्ट्र और हरियाणा में राजनीतिक उत्तराधिकारियों का रिजल्ट सामने आया. इसमें हरियाणा के तीनों लाल के पुत्र, बहू और महाराष्ट्र के ठाकरे शामिल हैं.

शिवसेना के 13 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे, जिसमें से पांच उम्मीदवारो ने जीत दर्ज की थी. महाराष्ट्र के 288 विधानसभा सीट में से 124 ने चुनाव लड़ा था.

चित्रण : अरिंदम मुख़र्जी/ दिप्रिंट

महाराष्ट्र में अपने सहयोगियों के साथ लड़ी गई 164 सीटों में से 16 प्रतिशत (27) पर भाजपा ने चुनाव लड़ा था. जबकि पार्टी पहले 28 राजनीतिक उत्तराधिकारियों को मैदान में उतारने वाली थी. भाजपा नेता गणेश नाइक ने अपने बेटे संदीप की जगह चुनाव लड़ा, जिससे पार्टी 27 सीटों पर ही लड़ी.

हालांकि, हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने केवल दो उम्मीदवारों को चुनाव में उतारा था- देवीलाल खानदान से ताल्लुक रखने वाले आदित्य चौटाला को जीत मिली, लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेम लता हार गईं.

कांग्रेस ने हरियाणा में सबसे अधिक राजनीतिक उत्तराधिकारियों को चुनाव लड़वाया. इसके सात विजेताओं में भूपेंद्र सिंह हुड्डा और किरण चौधरी जैसे पार्टी के दिग्गज शामिल हैं. हालांकि, महाराष्ट्र में उम्मीदवारों को अधिक सफलता मिली.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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