नई दिल्ली: पाकिस्तान इमिग्रेशन के अधिकारियों ने कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट (सीपीजे) के एशिया प्रोग्राम के कोऑरिडिनेटर स्टीवन बटलर को पाकिस्तान में घुसने से मना कर दिया.
लाहौर के अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर बार्डर अधिकारियों ने बटलर को कहा कि उनका जर्नलिस्ट वीजा मान्य है. लेकिन, मंत्रालय द्वारा उन्हें रोकने के आदेश दिए जाने के कारण उन्हें रोका जा रहा है.
एयरपोर्ट अधिकारियों ने लाहौर में बटलर के पासपोर्ट को जब्त कर लिया और उन्हें कतर के दोहा जाने वाली हवाई जहाज में भेज दिया. जब बटलर दोहा पहुंचे, तो अधिकारियों ने उन्हें वाशिंगटन डीसी की फ्लाइट में बिठा दिया. इस दौरान ही उन्होंने सीपीजे से संपर्क किया और अपने बारे में बताया. उन्होंने कहा, ‘उनका पासपोर्ट और बोर्डिंग पास एक फ्लाइट क्रू के पास ही है.’
"Pakistani authorities’ move to block Steven Butler from entering the country is baffling and is a slap in the face to those concerned about #pressfreedom in the country." @Joelcpj
The government should conduct a swift and transparent investigation.@ForeignOfficePk pic.twitter.com/wNISrdQYeD
— Committee to Protect Journalists (@pressfreedom) October 17, 2019
सीपीजे के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने साइमन से कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों का स्टीवन बटलर को देश में न घुसने देना चौंकाने वाला है. जो लोग प्रेस की आजादी के बारे में सोचते हैं. ये उनके चेहरे पर तमाचे जैसा है.
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तानी अधिकारियों को इस घटना के बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए और इस गलती को सुधारना चाहिए. अगर सरकार चाहती है कि वो प्रेस की आजादी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दिखाए, तो उसे इस मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए.’
स्टीवन बटलर पाकिस्तान आस्मा जहांगीर कांफ्रेंस- रोडमैप फॉर ह्यूमन राइट्स में शामिल होने के लिए गए थे.
सीपीजे द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार साल 1992 के बाद 60 पत्रकारों की पाकिस्तान में हत्या हो चुकी है.
संयुक्त राष्ट्र की प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में पाकिस्तान की रैंकिंग लगातार गिरती जा रही है. 180 देशों में पाकिस्तान की रैंकिंग 139वीं है.