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Saturday, 16 November, 2024
होमदेशसोशल मीडिया पर छिड़ी बहस, मांस-मच्छी खाओगे तो मिलेगा नोबेल, ढोकला वालों तुम्हारा क्या होगा

सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस, मांस-मच्छी खाओगे तो मिलेगा नोबेल, ढोकला वालों तुम्हारा क्या होगा

बंगाली मूल के अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी को गरीबी कम करने के लिए प्रयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा.

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नई दिल्ली : अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार अभिजीत बनर्जी को मिलने के बाद देश में कई तरह की बहस शुरू हो गई है. बंगाली मूल के अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी को गरीबी कम करने के लिए प्रयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा. लेकिन, उनके नोबेल मिलने से भारत में शाकाहारी बनाम मांसाहारी की बहस शुरू हो गई है जिसमें ढोकला खाने वालों को कहा जा रहा है कि बंगाली मांस-मछली खाते हुए नोबेल जीत लेते हैं.

लेकिन, मंगलवार को बंगाल और गुजरात को लेकर ट्विटर पर नई बहस शुरू हो गई है. एक ट्विटर यूजर अपर्णा ने शाकाहारी और मांसाहारी को लेकर एक ट्वीट किया. ट्वीट में गुजरात के ढोकले और बंगाल में खाने जाने वाली मछली, बीफ, पोर्क और मटन से तुलना की.

अपर्णा ने ट्वीट में लिखा, डीयर ढोकला ईटर्स. हमने देश को 6 नोबेल दिए. एक ऑस्कर दिया. राष्ट्रगान और वंदे मातरम् दिया. हम मछली, मटन, बीफ और पोर्क खाते हैं. तुम अपना ढोकला, खांडवी और ठेपला हमसे दूर रखो और भागो यहां से.

इस ट्वीट के बाद कई लोगों ने इसे रीट्वीट किया. जिससे नई बहस शुरू हो गई. बहुत सारे लोगों ने गुजराती खाने का समर्थन किया तो बहुतों ने बंगाली खाने का.

प्रतीक सिन्हा ने लिखा, हर हफ्ते ठेपला मेरे घर में नाश्ते में बनता है. मैं आधा बंगाली, आधा गुजराती हूं. मैं अहमदाबाद में पला-बढ़ा हूं. बंगाली लोगों को अपनी संस्कृति पर भान है और वो दूसरे लोगों को नीचा दिखाते हैं. इन लोगों को बहुलता का अनुभव करना चाहिए.

इस ट्वीट के जवाब में एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ढोकला खाने वाला देश का राष्ट्रपिता है. ढोकला खाने वाले ने पूरे देश को एकजुट किया, जिसे लौह पुरुष के नाम से जाना जाता है. ढोकला खाने वाला देश का प्रधानमंत्री है. ढोकला खाने वाला देश का गृहमंत्री है. ढोकला खाने वाला देश का सबसे अमीर आदमी है. जो तुम सारे बीफ खाने वालों को खरीद सकता है.

तपस घोषाल ने ट्वीट किया है, कौन सोचता है इस बारे में. उन्हें लड़ने दो. मैं तो अपनी पत्नी के हाथों से बना ढोकला और अपनी मां के हाथों की बनी फिश करी का आनंद ले रहा हूं.

शुभम शाह ने ट्वीट किया कि ओह हैल्लो दीदी. आप जो इंटरनेट इस्तेमाल कर ट्वीट कर रही हैं वो भी ढोकला खाने वाले का ही है.

 

फिलहाल, सोशल मीडिया पर बंगाली लोग अपने गौरव को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं गुजराती अपने. कुछ लोग दोनों के गौरव का सम्मान करते हुए दिख रहे हैं.

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