नई दिल्ली: साइप्रस की हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की अध्यक्ष अनीता डेमेट्रिउ, जो भारत के आधिकारिक दौरे पर हैं, ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. यह मुलाकात उनके कई उच्च-स्तरीय राजनयिक कार्यक्रमों का हिस्सा थी.
यह बैठक भारत के संविधान दिवस पर हुई. राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि यह मौका साइप्रस जैसे करीबी साझेदार के साथ भारत के लोकतांत्रिक और संसदीय अनुभव साझा करने के लिए बिल्कुल उपयुक्त है.
उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत और साइप्रस के संबंध सभी क्षेत्रों में और मजबूत होंगे.
राष्ट्रपति के कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट किया कि “राष्ट्रपति ने कहा कि संविधान दिवस हमारे लोकतांत्रिक और संसदीय अनुभव साझा करने का आदर्श अवसर है. उन्होंने भरोसा जताया कि भारत-साइप्रस संबंध सभी क्षेत्रों में और मजबूत होंगे.”
डेमेट्रिउ एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही हैं, जो मंगलवार से ही भारत के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर रहा है.
मंगलवार को ही प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक चर्चा की.
जयशंकर ने एक्स पर लिखा कि बातचीत साझा “लोकतांत्रिक मूल्यों, क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान, और आतंकवाद व कट्टरपंथ के खिलाफ दृढ़ रुख” पर आधारित थी. उन्होंने यह भी कहा कि 2026 में यूरोपीय संघ की साइप्रस की आगामी अध्यक्षता भारत-ईयू संबंधों को और आगे बढ़ाने में मदद करेगी.
उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन ने भी कल संसद भवन में प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की.
एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि बातचीत में भारत और साइप्रस के लंबे समय से चले आ रहे संबंधों और दोनों देशों के बीच संसदीय आदान-प्रदान को जारी रखने के महत्व पर जोर दिया गया.
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