नयी दिल्ली, 24 नवंबर (भाषा) भारत में रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के एक प्रमुख उपक्रम और एक फ्रांसीसी कंपनी ने भारत में सटीक लक्ष्यभेदी हथियार प्रणाली ‘हैमर’ (हाइली एजाइल मॉड्यूलर म्यूनिशन एक्सटेंडेड रेंज) के उत्पादन के लिए एक संयुक्त उद्यम सहयोग समझौते (जेवीसीए) पर सोमवार को हस्ताक्षर किए। रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
बयान के मुताबिक, हैमर एक ऐसा हथियार है, जिसे युद्ध में प्रभावी साबित किया जा चुका है। यह बहुत सटीक निशाना लगाने वाला और अलग-अलग प्रकार के विमानों पर इस्तेमाल किए जाने लायक ढांचा रखता है। इसकी बनावट ऐसी है कि इसे राफेल लड़ाकू विमान से लेकर हल्के लड़ाकू विमान तेजस तक कई प्लेटफ़ॉर्म पर लगाया जा सकता है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘मेक-इन-इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) और फ्रांस की सफरान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड डिफेंस (एसईडी) ने भारत में ‘हैमर’ के उत्पादन के लिए एक संयुक्त उद्यम सहयोग समझौते (जेवीसीए) पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह समझौता दिल्ली में सचिव (रक्षा उत्पादन) संजीव कुमार और सफरान के सीईओ ओलिवियर एंड्रीज की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
यह समझौता 11 फरवरी, 2025 को एयरो इंडिया के दौरान बीईएल एवं एसईडी के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन में व्यक्त इरादों को औपचारिक रूप देता है और भारत में एक संयुक्त उद्यम कंपनी (जेवीसी) स्थापित करने की दोनों पक्षों की प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
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नोमान सुरेश
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