मेरठ, 21 नवंबर (भाषा) मेरठ के सरधना में पैसों के लिए 10 वर्षीय बेटे के अपहरण की झूठी कहानी रचने के आरोप में एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस और सर्विलांस टीम ने मामले का खुलासा करते हुए महिला सोनिया और उसके सहयोगी संजय को गिरफ्तार कर लिया, जबकि बच्चे को नोएडा से सकुशल बरामद कर लिया गया।
पुलिस के अनुसार दबथुआ गांव की निवासी सोनिया ने बृहस्पतिवार को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके बेटे का चार युवकों मोहित, रोहित, सतेंद्र उर्फ सहेन्द्री और सुभाष ने अपहरण कर लिया है।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने मामला दर्ज किया तथा तीन टीम बनाकर जांच शुरू की। शहर की सर्विलांस टीम की भी मदद ली गई। जांच के दौरान पुलिस को कई बिंदु संदिग्ध मिले।
पुलिस के अनुसार सोनिया के घर में लगे सीसीटीवी कैमरे घटना से पहले ही बंद कर दिए गए थे, उसके मोबाइल पर कुछ संदिग्ध नंबरों से लगातार संपर्क किए जाने के साक्ष्य मिले।
पुलिस ने बताया कि फोन सर्विलांस से पता चला कि बच्चा घटना के समय गांव में नहीं, बल्कि नोएडा में था, इसके आधार पर बच्चे को नोएडा से बरामद कर लिया गया।
पुलिस ने बताया कि सोनिया की पहले पति से अनबन थी और वह 10-11 साल साल से बच्चों को मेरठ के दबथुवा में मायके में छोड़कर खुद गाजियाबाद में रहती रही थी और करीब तीन साल पहले वह गांव लौटी तो पड़ोसी मोहित से शादी का दबाव बनाने लगी।
पुलिस ने बताया कि मोहित के इनकार करने पर महिला ने उससे एक लाख रुपये मांगे और पैसे नहीं दिए जाने पर 31 अक्टूबर को मोहित के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
पुलिस के अनुसार बाद में पैसे मिलने के बाद महिला ने अदालत में बयान बदल दिए।
पुलिस के अनुसार, मोहित और उसके परिजन की ओर से और पैसे दिए जाने से इंकार करने पर सोनिया ने अपने परिचित संजय के साथ मिलकर बेटे को नोएडा भेज दिया और चार युवकों पर अपहरण का झूठा आरोप लगाकर नया मामला दर्ज कराया, ताकि उन पर पैसों के लिए दबाव डाला जा सके।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मोहित की मां की तहरीर पर सोनिया और संजय के खिलाफ रंगदारी तथा षड्यंत्र की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। भाषा सं जफर जोहेब
जोहेब
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