(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, 21 नवंबर (भाषा) भारत की सीमा से लगे दक्षिणी नेपाल के बारा जिले के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को कर्फ्यू हटा लिया गया और यहां सामान्य स्थिति बहाल हो गई है।
यह जिला ‘जेन जेड’ युवाओं और अपदस्थ प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली की पार्टी के सदस्यों के बीच हिंसक झड़पों से प्रभावित हुआ था।
कर्फ्यू हटाये जाने के साथ जिले में बाजार फिर से खुल गए, स्कूलों में कक्षाएं शुरू हो गईं और परिवहन सेवाएं बहाल हो गईं, जिससे जनजीवन पटरी पर लौट आया।
बारा के मुख्य जिला अधिकारी धर्मेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया, ‘‘बारा में स्थिति अब सामान्य हो गई है और पिछले दो दिनों से लागू कर्फ्यू शुक्रवार को हटा लिया गया।’’
बुधवार को उस वक्त तनाव पैदा हो गया, जब सीपीएन-यूएमएल के तीन कार्यकर्ताओं ने सिमरा हवाई अड्डे पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे ‘जेन जेड’ युवाओं की कथित तौर पर पिटाई कर दी। इस घटना में कम से कम 10 लोग घायल हो गए।
ये युवा यूएमएल नेताओं शंकर पोखरेल और महेश बसनेत के प्रस्तावित दौरे का विरोध कर रहे थे और पार्टी को 8 सितंबर की कार्रवाई में 76 लोगों के मारे जाने के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
बुधवार को स्थिति बिगड़ने तथा ‘जेन जेड’ प्रदर्शनकारियों और यूएमएल समर्थकों के बीच झड़पों के बाद बुद्ध एयरलाइंस ने अपनी काठमांडू-सिमरा उड़ान रद्द कर दी। इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया।
‘जेन जेड’ वे युवा हैं, जिनका जन्म 1997 से 2012 के बीच हुआ था।
मिश्रा ने कहा, ‘‘हम प्रदर्शनकारी जेन जेड युवाओं से बातचीत कर रहे हैं और उन्हें शांत रहने के लिए कह रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य मांग प्रदर्शनकारियों पर हमला करने के आरोपी यूएमएल कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करना है।
अधिकारियों ने ‘जेन जेड’ समूह को बृहस्पतिवार को बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन समूह ने बातचीत से इनकार कर दिया जब तक कि उनकी शिकायत में नामजद लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती।
पुलिस ने शिकायत में नामजद छह लोगों में से तीन को अब तक गिरफ्तार किया है, जिनमें यूएमएल के दो वार्ड अध्यक्ष धन बहादुर श्रेष्ठ और कैमुद्दीन अंसारी शामिल हैं।
‘काठमांडू पोस्ट’ ने पुलिस उपाधीक्षक बिजयराज पंडित के हवाले से बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों को कलैया स्थित जिला पुलिस कार्यालय में रखा गया है।
ओली की सीपीएन-यूएमएल नेपाल की संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा को बहाल करने की मांग को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रही है। निचले सदन को जेन जेड आंदोलन के बाद 12 सितंबर को भंग कर दिया गया था।
ओली ने ‘जेन जेड’ के प्रदर्शन के बाद नौ सितंबर को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
भाषा सुभाष पवनेश
पवनेश
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