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Thursday, 20 November, 2025
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10वीं बार बिहार के CM पद की शपथ, पुराने चेहरों के साथ नई जिम्मेदारियां भी संभालेंगे नीतीश

राज्यपाल अरिफ मोहम्मद खान ने 26 मंत्रियों को भी शपथ दिलाई. इनमें 14 बीजेपी से, 8 जेडीयू से, 2 एलजेपी (राम विलास) से, और 1-1 हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (उपेंद्र कुशवाहा) से हैं.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के कई बड़े नेताओं की मौजूदगी में नीतीश कुमार ने गुरुवार को पटना में बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में दसवीं बार शपथ ली, जो एक रिकॉर्ड है.

राज्यपाल अरिफ मोहम्मद खान ने 26 मंत्रियों को भी शपथ दिलाई. इनमें 14 बीजेपी से, 8 जेडीयू से, 2 एलजेपी (राम विलास) से, और 1-1 हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (उपेंद्र कुशवाहा) से हैं.

नीतीश ने अपनी कैबिनेट में ज्यादातर पुराने चेहरों को ही रखा है—उनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन पर चुनाव से पहले भ्रष्टाचार और गड़बड़ियों के कई आरोप लगे थे. बीजेपी के सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा फिर से उपमुख्यमंत्री बने हैं.

मंत्रियों में से दो-तिहाई एससी (5), ओबीसी (7) और ईबीसी (6) वर्गों से हैं, जबकि 8 सामान्य वर्ग से हैं. शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और एनडीए के कई मुख्यमंत्री मौजूद थे.

एनडीए ने बिहार में भारी जीत दर्ज की, 243 में से 202 सीटें जीतीं. भाजपा को 89, जेडी(यू) को 85, एलजेपी (राम विलास) को 19, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) को 5, और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (उपेंद्र कुशवाहा) को 4 सीटें मिलीं.

उधर, सम्राट चौधरी चुनाव से पहले एक विवाद में घिर गए थे. वे खगड़िया जिले की परबत्ता सीट से दो बार विधायक रहे हैं. जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने उन पर उम्र और शैक्षणिक योग्यता फर्जी बताने और दशकों पुराने शिल्पी-गौतम हत्याकांड से जोड़ने के गंभीर आरोप लगाए थे.

किशोर ने बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर भी हत्या और एक कॉलेज का गलत तरीके से कब्ज़ा करने का आरोप लगाया था. जुलाई में, उन्होंने जायसवाल पर अवैध रूप से मेडिकल कॉलेज हथियाने का आरोप लगाया. जायसवाल ने शपथ ली और वह पहले थोड़े समय के लिए राजस्व मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं.

पूर्व केंद्रीय मंत्री और लालू यादव के करीबी रहे राम कृपाल यादव, जो 2014 में बीजेपी में शामिल हुए थे, को भी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है. उन्होंने दानापुर से आरजेडी उम्मीदवार को हराया.

बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, एनडीए ने इस बार भी अनुभवी चेहरों पर भरोसा किया है. “फोकस निरंतरता पर है. हालांकि, नए लोगों को भी जगह मिली है, लेकिन सरकार का नेतृत्व अनुभवी चेहरे ही करेंगे.”

जिन मंत्रियों को नियुक्त किया गया है, उनमें शामिल हैं: विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र कुमार यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडेय, दिलीप कुमार जायसवाल, लेशी सिंह, अशोक चौधरी, मदन सहनी, नितिन नवीन, राम कृपाल यादव, संतोष कुमार सुमन, सुनील कुमार, मोहम्मद जमा खान, संजय सिंह टाइगर, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निषाद, लखेन्द्र कुमार रोशन, श्रेयसी सिंह, प्रमोद कुमार, संजय कुमार पासवान, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश.

ओलंपिक शूटर और दो बार एमएलए श्रेयसी सिंह (34) को भी मंत्री बनाया गया है.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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