scorecardresearch
Wednesday, 19 November, 2025
होमदेशअर्थजगतआईटी शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी लौटी; सेंसेक्स 513 अंक चढ़ा, निफ्टी फिर 26,000 के पार

आईटी शेयरों में लिवाली से बाजार में तेजी लौटी; सेंसेक्स 513 अंक चढ़ा, निफ्टी फिर 26,000 के पार

Text Size:

(ग्राफ के साथ)

मुंबई, 19 नवंबर (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में बुधवार को तेजी लौटी और बीएसई सेंसेक्स 513 अंक चढ़ गया जबकि एनएसई निफ्टी फिर 26,000 अंक के पार पहुंच गया। भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर उम्मीद बंधने के साथ आईटी शेयर में लिवाली और घरेलू संस्थागत निवेशकों की लगातार खरीदारी से बाजार में तेजी आई।

तीस शेयर पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 513.45 अंक यानी 0.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ 85,186.47 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान मानक सूचकांक एक समय 563.75 अंक तक चढ़ गया था।

वहीं पचास शेयर वाला एनएसई निफ्टी 142.60 अंक यानी 0.55 प्रतिशत चढ़कर 26,052.65 अंक पर पहुंच गया।

सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में एचसीएल टेक, इन्फोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, हिंदुस्तान यूनिलीवर, सन फार्मा और टाइटन प्रमुख रूप से लाभ में रहीं।

दूसरी ओर नुकसान में रहने वाले शेयर में टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स, मारुति, अदाणी पोर्ट्स और बजाज फाइनेंस शामिल हैं।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के मंगलवार को कहा था कि भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित व्यापार समझौते पर ‘आप अच्छी खबर सुनेंगे’ जब यह समझौता निष्पक्ष, न्यायसंगत एवं संतुलित होगा। इस बयान से भी बाजारों को थोड़ा समर्थन मिला।

लेमन मार्केट्स डेस्क के शोध विश्लेषक गौरव गर्ग ने कहा कि मंगलवार की गिरावट के बाद बुधवार को शेयर बाजारों में तेजी लौटी। बाजार को मुख्य रूप से आईटी शेयरों में मजबूत लिवाली से समर्थन मिला।

उन्होंने कहा, ‘‘इस तेजी की अगुवाई इन्फोसिस और एचसीएल टेक्नोलॉजीज जैसी आईटी कंपनियों ने किया। इन्फोसिस की 18,000 करोड़ रुपये के शेयर पुनर्खरीद की घोषणा के बाद धारणा में सुधार हुआ। इसके अलावा संभावित भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर उम्मीदों ने भी धारणा को मजबूत किया…।’’

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ने के चलते आईटी क्षेत्र में तेजी आई। इसे अमेरिका के कमजोर श्रम आंकड़ों और मुद्रा की अनुकूल परिस्थितियों का समर्थन मिला, जबकि विलय से जुड़ी खबरों और बेहतर होते बुनियाद के कारण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को फायदा हुआ। अब आगे के नीतिगत संकेतों के लिए कल (बृहस्पतिवार) के एफओएमसी (फेडरल ओपेन मार्केट कमेटी) की बैठक के ब्योरे पर निवेशकों का ध्यान है।

एशिया के अन्य बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंग सेंग गिरावट के साथ बंद हुए। इसके विपरीत, चीन का एसएसई कम्पोजिट लाभ में रहा।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट का रुख था। अमेरिकी बाजार मंगलवार को नुकसान में रहे थे।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 728.82 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। हालांकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 6,156.83 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.39 प्रतिशत टूटकर 64.64 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।

सेंसेक्स मंगलवार को 277.93 अंक टूटा था जबकि निफ्टी में 103.40 अंक की गिरावट आई थी।

भाषा रमण निहारिका

निहारिका

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments