नई दिल्ली: लाल किले के पास हुए ब्लास्ट के एक हफ्ते बाद सामने आए एक बिना तारीख वाले वीडियो में उमर उन नबी — जिसने विस्फोटकों से भरी कार चलाई थी, उसने आत्मघाती हमले को सही ठहराते हुए कहा है कि यह “शहादत का ऑपरेशन” है.
80 सेकंड के इस वीडियो में, जिसे दिप्रिंट ने एक्सेस किया है, नबी कहता सुनाई देता है: “सबसे गलत समझे जाने वाले कॉन्सेप्ट में से एक है सुसाइड बॉम्बिंग का कॉन्सेप्ट. यह शहादत का ऑपरेशन है और यह इस्लाम में जाना जाता है.”
उमर आगे कहता है: “इस पर कई तरह के तर्क दिए जाते हैं, इन शहादत ऑपरेशंस पर, जहां एक व्यक्ति मान लेता है कि वह किसी खास जगह और वक्त पर मरने जा रहा है…वह इस मान्यता के खिलाफ जाता है…हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं है…(sic)”
वीडियो की लोकेशन और रिकॉर्डिंग समय पता नहीं है, लेकिन जांचकर्ताओं को शक है कि यह क्लिप फरीदाबाद के अल-फलाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर में उसके रहने वाले कमरे में शूट की गई थी, जहां वह फैकल्टी मेंबर था.
सुरक्षा एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और दिल्ली पुलिस की शुरुआती जांच से यह भी संकेत मिला है कि लाल किले के पास ब्लास्ट की साजिश फरीदाबाद के हौज गांव स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी के कॉलेज आवास में रची गई थी.
जीएमसी श्रीनगर से एमबीबीएस करने के बाद नबी जीएमसी अनंतनाग में रेज़िडेंट डॉक्टर बना. कोविड महामारी के बाद वह अल-फलाह यूनिवर्सिटी आ गया. वहां वह अल-फलाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर में जनरल मेडिसिन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में काम करता था.
रविवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने नबी को “आत्मघाती हमलावर” बताया, जिसने आईइडी लगी i20 कार चलाई थी. अब तक इस विस्फोट में 15 लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायल हुए हैं.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मुज़म्मिल शकील जो अल-फलाह कॉलेज में काम करने वाला एक और कश्मीरी डॉक्टर है, को दिल्ली ब्लास्ट के पीछे आतंकी मॉड्यूल का सदस्य होने के आरोप में गिरफ्तार किया था, लेकिन इससे पहले कि वह मॉड्यूल के बाकी सदस्यों और उनकी योजना के बारे में कुछ बता पाता, उमर कॉलेज कैंपस से फरार हो गया.
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