नयी दिल्ली, 17 नवंबर (भाषा) केंद्रीय बिज₨ली मंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को कहा कि पंप स्टोरेज परियोजनाएं (पीएसपी) अतिरिक्त हरित ऊर्जा का भंडारण करके और गैर-सौर ऊर्जा घंटों के दौरान बिजली की मांग को पूरा करके महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
उन्होंने कहा कि देश में वर्तमान में बिजली की अधिशेष स्थिति है। हालांकि, सीमित क्षमता उपयोग के समझौतों के कारण अतिरिक्त नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का अभी भी कम उपयोग हो रहा है।
विद्युत मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि यह टिप्पणी आंध्र प्रदेश के कुरनूल में सांसदों की परामर्शदात्री समिति की बैठक में की गई।
विद्युत मंत्री ने समिति के सदस्यों से आग्रह किया कि वे राज्यों के साथ मिलकर हरित ऊर्जा उपकर, जल कर और जलाशय पट्टा शुल्क जैसे शुल्कों को वापस लेने पर विचार करें ताकि पीएसपी परियोजनाओं के विकास में तेजी लाई जा सके।
मंत्रालय के अनुसार, लगभग 224 गीगावाट पीएसपी की पहचान की गई है। इनमें से लगभग सात गीगावाट की कुल क्षमता वाले दस पीएसपी चालू हो चुके हैं। लगभग 12 गीगावाट क्षमता वाले दस अन्य पीएसपी निर्माणाधीन हैं और लगभग 78 गीगावाट क्षमता वाले 56 पीएसपी योजना और विकास के विभिन्न चरणों में हैं।
भाषा रमण अजय
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