बीजिंग, 17 नवंबर (भाषा) शंघाई में भारतीय महावाणिज्यदूत प्रतीक माथुर ने सोमवार को प्रसिद्ध चीनी विद्वान प्रोफेसर वांग झिचेंग को सम्मानित किया।
वांग झिचेंग ने भगवद् गीता का चीनी भाषा में अनुवाद किया था।
माथुर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रोफेसर वांग द्वारा भगवद् गीता का चीनी अनुवाद 2015 में प्रकाशित हुआ था। इसके 17 संस्करण प्रकाशित किए जा चुके हैं।
माथुर ने कहा कि इस वर्ष प्रकाशित नवीनतम संस्करण ने चीनी पाठकों में गहरी रुचि पैदा की है, जो भारतीय संस्कृति और सभ्यतागत विरासत के लिए वैश्विक समर्थन का प्रमाण है।
इस वर्ष अप्रैल में प्रोफेसर वांग को लिखे पत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन में योग, वेदांत और भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं को लोकप्रिय बनाने के लिए उनकी प्रशंसा की थी।
मोदी ने भारतीय दार्शनिक परंपराओं की गहरी समझ को, विशेष रूप से योग और वेदांत पर विद्वतापूर्ण कार्य के माध्यम से मजबूत करने के प्रति वांग की प्रतिबद्धता की सराहना की थी।
भाषा तान्या वैभव
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