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Saturday, 15 November, 2025
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रायपुर में क्षत्रिय करणी सेना के प्रमुख राज शेखावत के खिलाफ पुलिस को धमकाने के आरोप में मामला दर्ज

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रायपुर, 15 नवंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में पुलिसकर्मियों को धमकी देने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोप में पुलिस ने क्षत्रिय करणी सेना (केकेएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत के खिलाफ शनिवार को मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 10 नवंबर को सोशल मीडिया पर सीधे प्रसारण के दौरान शेखावत ने केएसएस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ इकाई के अध्यक्ष रायपुर निवासी वीरेंद्र सिंह तोमर की गिरफ्तारी को लेकर रायपुर पुलिस पर आरोप लगाया था।

शेखावत को यह कहते सुना गया कि वह तोमर के खिलाफ कार्रवाई में शामिल अधिकारियों और अन्य लोगों के ‘‘घरों में घुसेंगे’’।

रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पुलिस निरीक्षक योगेश कश्यप की शिकायत के आधार पर शेखावत के खिलाफ मौदहापारा पुलिस थाना में मामला दर्ज किया गया।

उन्होंने बताया कि शेखावत पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 296 (अश्लील कृत्य), 224 (लोक सेवक को चोट पहुंचाने की धमकी) और 351 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

सिंह ने बताया कि शेखावत ने कथित तौर पर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ धमकी भरे शब्दों का इस्तेमाल किया।

शिकायत के अनुसार वर्तमान में कबीरधाम जिले में तैनात कश्यप ने कहा है कि 16 मार्च 2024 से 11 सितंबर 2025 तक रायपुर के पुरानी बस्ती पुलिस थाना प्रभारी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने पीड़ितों द्वारा दर्ज लिखित शिकायतों के आधार पर वीरेंद्र सिंह उर्फ रूबी तोमर, रोहित सिंह तोमर और उनके सहयोगियों सहित स्थानीय अपराधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की थी।

उन्होंने कहा कि शेखावत ने 10 नवंबर को फेसबुक पर सीधे प्रसारण के दौरान उनका नाम लेते हुए धमकियां दीं।

कश्यप ने शिकायत में कहा कि वीडियो में शेखावत ने कथित तौर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और तोमर के खिलाफ कार्रवाई करने पर ‘‘उनके घर में घुसने’’ की धमकी दी।

‘फेसबुक लाइव’ में शेखावत ने तोमर मामले में पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘हम उन पुलिस अधिकारियों या सरकार के मंत्री-संतरी के घर में घुसेंगे जो इस प्रकरण (तोमर के खिलाफ कार्रवाई) में शामिल हैं।’’

शेखावत ने कहा कि कार्रवाई संविधान के अनुसार होनी चाहिए।

उन्होंने दावा किया कि कई अधिकारियों ने ‘‘गलत काम’’ किया है, और कहा कि क्षत्रिय समुदाय जल्द ही बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन के लिए रायपुर कूच करेगा।

क्षत्रिय करणी सेना के नेता ने कहा कि वह रायपुर पहुंचने के स्थान, समय और दिन के बारे में बताएंगे। उन्होंने क्षत्रिय समुदाय के सदस्यों से लाठी और भगवा झंडे लेकर आंदोलन के लिए आने का आग्रह किया।

शेखावत के बयान के बारे में पूछे जाने पर राज्य के उपमुख्यमंत्री एव गृह विभाग संभाल रहे विजय शर्मा ने कहा कि किसी भी समाज को अपराधियों का समर्थन नहीं करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि अपराधी किसी न किसी समुदाय से जुड़ा होता है, लेकिन समाज या संगठन किसी गलत काम के आरोपी का समर्थन नहीं कर सकता।

शर्मा ने कहा, ‘‘किसी को भी पुलिसकर्मियों को धमकाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। यह एक गंभीर अपराध है। अगर कोई ऐसा करता है तो कानून अपना काम करेगा।’’

उन्होंने कहा कि कोई भी सामाजिक संगठन अच्छे काम के लिए होता है, अपराधियों का समर्थन करने के लिए नहीं।

छह महीने तक फरार रहने के बाद रायपुर पुलिस ने नौ नवंबर को मध्यप्रदेश के ग्वालियर से तोमर को गिरफ्तार किया था और रायपुर लाया गया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने राजधानी में तोमर का जुलूस निकाला था।

तोमर और उनके भाई रोहित तोमर के खिलाफ रायपुर के तेलीबांधा और पुरानी बस्ती पुलिस थानों में मारपीट, अवैध संपत्ति लेनदेन, अवैध हथियार रखने और करोड़ों रुपये की जबरन वसूली के कई मामले दर्ज हैं।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तोमर से जुड़ी संपत्तियों की कुर्की के लिए पहचान की जा रही है, वहीं फरार सह-आरोपी रोहित तोमर को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।

भाषा संजीव खारी

खारी

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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