पुणे, 15 नवंबर (भाषा) राकांपा (एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को कहा कि स्थानीय नेता महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव के लिए उनके भतीजे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के साथ गठबंधन करने के विषय पर निर्णय लेंगे।
इसे 2023 में राकांपा में विभाजन के बाद दोनों धड़ों के तनावपूर्ण रिश्ते में बड़े बदलाव का संकेत माना जा रहा है।
राकांपा (एसपी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) कोल्हापुर जिले में चांदगढ़ नगर परिषद के चुनाव संयुक्त रूप से लड़ने का फैसला पहले ही कर चुकी है।
राकांपा और राकांपा (एसपी) क्रमशः सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी एमवीए के प्रमुख घटक हैं।
महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव से पहले नए तरह का समीकरण देखने को मिल रहा है, जिससे पारंपरिक सत्तारूढ़ और विपक्षी गठबंधनों के बीच विचारधाराओं की रेखा धुंधली होती जा रही है।
आमतौर पर पार्टियां स्थानीय निकायों पर नियंत्रण पाने की इच्छुक होती हैं, जिससे उन्हें अपने जमीनी नेटवर्क का विस्तार करने और पंचायती राज व्यवस्था के निचले स्तरों पर सत्ता की बागडोर अपने हाथों में रखने का मौका मिलता है।
स्थानीय निकाय चुनाव के सिलसिले में राकांपा के दोनों धडों के बीच संभावित गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर शरद पवार ने कहा, ‘‘मुझे किसी भी जिले में इस तरह की बातचीत के बारे में जानकारी नहीं है। हमारी पार्टी ने नगर पंचायत और पंचायत समिति चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की। स्थानीय नेता (राकांपा और राकांपा-एसपी के) स्थानीय स्तर पर (गठबंधन पर) फैसला करेंगे।’’
शरद पवार द्वारा स्थापित राकांपा में जुलाई 2023 में में विभाजन के बाद दोनों धड़ों में कटुता और कानूनी लड़ाई छिड़ गई थी। यह पहली बार है जब दोनों गुट मिलकर चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, गठबंधन की घोषणा अभी तक चांदगढ़ नगर परिषद तक ही सीमित है।
जुलाई 2023 में अजित पवार और कई विधायक तत्कालीन एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे और राकांपा में विभाजन हो गया था।
भाषा
राजकुमार दिलीप
दिलीप
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