रायपुर, 13 नवंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को ज्ञापन सौंपकर राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की समय सीमा बढ़ाने का आग्रह किया।
मौजूदा कार्यक्रम के तहत, बूथ स्तरीय अधिकारी(बीएलओ) चार नवंबर से चार दिसंबर तक घर-घर जाकर गणना फॉर्म वितरित कर रहे हैं। मसौदा मतदाता सूची नौ दिसंबर को प्रकाशित होने वाली है, दावे और आपत्तियां दर्ज करने की अवधि नौ दिसंबर से आठ जनवरी तक है। सुनवाई और सत्यापन 31 जनवरी तक होंगे तथा अंतिम मतदाता सूची सात फरवरी को प्रकाशित की जाएगी।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि पार्टी के एसआईआर निगरानी समिति के संयोजक और पूर्व राज्य मंत्री मोहन मरकाम के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने सीईओ को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कांग्रेस ने कहा है कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार चार नवंबर से चार दिसंबर 2025 के मध्य छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनिरीक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उक्त निर्धारित तिथि में प्रदेश के दो करोड़ से अधिक मतदाताओं के बीच पहुंचकर गणना पत्रक तैयार कर पाने के लिए समय सीमा की कमी महसूस की जा रही है। चूंकि प्रदेश में वर्ष 2028 में विधानसभा चुनाव निर्धारित है, ऐसे स्थिति में पर्याप्त समय के साथ प्रमाणिक एवं सटिक डेटा उपलब्ध कराया जा सकता है।
कांग्रेस ने ज्ञापन में कहा है कि छत्तीसगढ़ का अधिकांश भाग ग्रामीण, आदिवासी और वन क्षेत्रों से घिरा हुआ है। इन इलाकों में संपर्क सुविधाएं सीमित हैं तथा अनेक गांव दूरस्थ हैं जहां संचार या परिवहन की सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं, ऐसे में लोगों तक निर्वाचन से जुड़ी सूचनाएं पहुंचने में समय लगता है। साथ ही इन क्षेत्रों के नागरिकों के पास अपने दस्तावेज़ (जैसे पहचान पत्र, निवास प्रमाण, आयु प्रमाण आदि) व्यवस्थित रूप से रखने या प्राप्त करने में स्वाभाविक कठिनाइयां होती हैं। इसलिए उन्हें अपने दस्तावेज़ जुटाने, सत्यापन कराने और नाम सम्मिलन /सुधार के लिए अधिक समय मिलना न्यायसंगत और आवश्यक है।
उन्होंने कहा है कि हाल ही में बस्तर क्षेत्र में आई बाढ़ के कारण अनेक परिवार विस्थापित हुए हैं, घर / सम्पत्ति को क्षति पहुंची है, साथ ही स्थानीय लोग अब भी पुनर्वास की प्रक्रिया में हैं, जिनके दस्तावेज़ और पहचान प्रमाण नष्ट या क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। ऐसे समय में संवेदनशील जनसमूह से अपेक्षित सहभागिता मिलना कठिन है।
कांग्रेस ने कहा है कि वर्तमान समय में ग्रामीण क्षेत्रों में धान कटाई का कार्य चल रहा है, जिसमें कृषक और ग्रामीण व्यस्त होने के कारण उक्त कार्यक्रम में भाग नहीं ले पाएंगे।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने सीईओ से मिलकर एसआईआर की समय सीमा बढ़ाने तथा गहन पुनरीक्षण के काम की परेशानियों के निराकरण की मांग रखी है।
वहीं अधिकारियों ने बताया कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत अब तक करीब एक करोड़ 78 लाख चार हजार 726 मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित किए जा चुके हैं, जो कि प्रदेश में मतदाताओं की कुल संख्या का लगभग 84 प्रतिशत है।
अधिकारियों ने बताया कि विगत चार नवंबर से एसआईआर की शुरूआत के बाद से बीएलओ घर-घर पहुंचकर मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित कर रहे हैं। प्रदेश में पंजीकृत मतदाताओं की कुल संख्या दो करोड़ 12 लाख 30 हजार 737 है।
राज्य में पिछली एसआईआर प्रक्रिया 2003 में आयोजित की गई थी। भाषा संजीव शोभना
शोभना
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