थिंपू: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने ऊर्जा, क्षमता निर्माण, कनेक्टिविटी, प्रौद्योगिकी, रक्षा और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग सहित विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा की.
प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत के बाद दोनों नेताओं ने भारत और भूटान की ओर से संयुक्त रूप से विकसित 1020 पुनात्सांगछू-2 जलविद्युत परियोजना का उद्घाटन किया.
मोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “भूटान नरेश महामहिम जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई. हमने भारत-भूटान संबंधों के संपूर्ण आयाम पर चर्चा की.”
उन्होंने लिखा, “हमने ऊर्जा, क्षमता निर्माण, कनेक्टिविटी, प्रौद्योगिकी, रक्षा और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की. भारत को भूटान की विकास यात्रा में एक प्रमुख भागीदार होने पर गर्व है.”
मोदी भूटान की दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार सुबह थिंपू पहुंचे. भारत और भूटान के बीच संबंध लगातार प्रगाढ़ हो रहे हैं.
सितंबर में भारत ने भूटान के साथ 4,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से दो सीमा पार रेल संपर्क बनाने की अपनी योजना पेश की थी, जो हिमालयी देश के साथ इस तरह की पहली रेलवे संपर्क परियोजना है.
परियोजना के तहत भूटान के गेलेफू और समत्से तथा असम के कोकराझार और पश्चिम बंगाल के बानरहाट के बीच नयी रेल लाइन स्थापित की जाएंगी.
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