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Tuesday, 11 November, 2025
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लाल किला बलास्ट: ‘कश्मीर, मणिपुर, दिल्ली, पुलवामा, पहलगाम…सब जगह फेल’ — अमित शाह पर विपक्ष का हमला

कांग्रेस, टीएमसी और आम आदमी पार्टी ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा कि ब्लास्ट के एक दिन बाद ही वे भूटान की आधिकारिक यात्रा पर चले गए, जबकि इस धमाके में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है.

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नई दिल्ली: लाल किला के पास हुए ब्लास्ट को लेकर मंगलवार को विपक्षी पार्टियों ने गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि शाह देश की आंतरिक सुरक्षा संभालने में “अयोग्य” और “नाकाम” साबित हुए हैं. ब्लास्ट के बाद शुरुआत में जो संयम दिख रहा था, अब विपक्ष ने वह छोड़ दिया है.

विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार “प्रचार और दिखावे” में लगी रहती है, जिससे शासन और सुरक्षा पर ध्यान नहीं रहता और बार-बार ऐसी घटनाएं होती हैं जिनमें लोगों की जान जाती है.

कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सवाल उठाया कि ब्लास्ट के अगले ही दिन वे भूटान की आधिकारिक यात्रा पर चले गए. इस धमाके में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है. भूटान में एक कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि “षड्यंत्र” में शामिल लोगों को सज़ा दी जाएगी.

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि शाह बतौर गृह मंत्री “फेल” हो गए हैं. उन्होंने इस साल पहलगाम में हुए आतंकी हमले का ज़िक्र किया और फिर सोमवार को राजधानी में हुआ धमाका भी बताया.

उन्होंने कहा, “ज़िम्मेदारी किसकी है? गृह मंत्री कहां हैं? प्रधानमंत्री कहां हैं? देश के लोग उनकी आंखों के सामने मारे जा रहे हैं, लेकिन इनके पास चुनावी भाषणों से एक पल का समय भी नहीं है. कोई जवाबदेही नहीं है.”

श्रीनेत, जो कांग्रेस की सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की प्रमुख हैं, उन्होंने कहा कि मोदी और शाह की “नाकामियां और सुरक्षा में बड़ी चूकें” बड़े-बड़े भाषणों से छिपाई नहीं जा सकतीं.

उन्होंने कहा, “मोदी जी फिर हमेशा की तरह इतनी बड़ी घटना के बाद ज़िम्मेदारी से मुंह मोड़कर भूटान चले गए और जो लोग मुझे राजनीति न करने की नसीहत देंगे, याद रखिए — देश को सुरक्षित रखना, लोगों की जान बचाना, सरकार की ज़िम्मेदारी है और अगर निर्दोष लोग मारे जाते हैं, तो सवाल उठेंगे, जवाबदेही तय होगी.”

कर्नाटक के कैबिनेट मंत्री प्रियांक खरगे ने भी शाह पर हमला किया. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री “कश्मीर, मणिपुर, दिल्ली, पुलवामा, पहलगाम, यूपी और पूरे देश में फेल रहे हैं.”

लोकसभा में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बाद तीसरी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी टीएमसी के नेताओं ने शाह पर हमला किया और 2015 से अब तक देश में हुए आतंकी हमलों की सूची गिनाई—पंजाब के गुरदासपुर से लेकर दिल्ली तक.

टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि दिल्ली पुलिस केंद्र के गृह मंत्रालय के तहत आती है और पूछताछ की कि राजधानी में सुरक्षा में इतनी “बड़ी लापरवाही” कैसे हुई.

उन्होंने एक्स पर लिखा, “सिर्फ कल सुबह ही हरियाणा के फरीदाबाद से लगभग 350 किलो विस्फोटक और एक असॉल्ट राइफल बरामद हुए. इन दोनों घटनाओं को साथ में देखें तो यह आंतरिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाते हैं और सतर्कता में साफ गिरावट दिखती है.”

सरकार की तीखी आलोचना करते हुए टीएमसी ने कहा कि बार-बार सुरक्षा ढांचे में कमज़ोरी और नाकामी को अब और नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता. देश को “बहाने नहीं, नेतृत्व चाहिए.”

टीएमसी की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने एक्स पर शाह पर हमला करते हुए कहा, “भारत को एक सक्षम गृह मंत्री चाहिए, न कि एक फुल-टाइम नफरत फैलाने वाले अभियान का मंत्री. क्या अमित शाह का कर्तव्य नहीं है कि वह हमारी सीमाओं और हमारे शहरों, दोनों की रक्षा करें? वह हर जगह इतना बुरा प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं?”

आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी पीएम पर निशाना साधा और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के उन दावों पर तंज कसा कि उन्होंने इस साल अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान समझौता करवाया.

संजय सिंह ने एक्स पर लिखा, “मोदी जी, आपने कहा था ‘हर आतंकी हमला युद्ध माना जाएगा’. फिर आपने पाकिस्तान पर भरोसा करते हुए ट्रंप के दबाव में युद्धविराम क्यों माना? लाल किला ब्लास्ट में शामिल आतंकी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा है. अब आप बच्चे की तरह ट्रंप से शिकायत करेंगे या पाकिस्तान को करारा जवाब देंगे?”

15 मई को श्रीनगर के बडामी बाग कैंटोनमेंट में भारतीय सेना के जवानों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि मोदी ने “भारत की आतंकवाद के खिलाफ नीति को फिर से परिभाषित किया है”, जिसके अनुसार अब भारत की ज़मीन पर कोई भी हमला “युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा.”

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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