तिरुवनंतपुरम, 11 नवंबर (भाषा) त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड (टीडीबी) के निवर्तमान प्रमुख पी एस प्रशांत ने मंगलवार को कहा कि सरकार के लिए एक नया नेतृत्व दल नियुक्त करना स्वाभाविक है।
उन्होंने दावा किया कि उनके पैनल का कार्यकाल बढ़ाने पर कोई चर्चा नहीं हुई है।
प्रशांत ने संभावित कार्यकाल विस्तार की खबरों को मीडिया की अटकलें बताकर खारिज कर दिया और कहा कि न तो सरकार और न ही सत्तारूढ़ पार्टी ने ऐसा कोई सुझाव दिया है।
उन्होंने निवर्तमान बोर्ड की अंतिम बैठक से पहले यहां संवाददाताओं को बताया कि पिछले वर्षों में भी पूर्ववर्ती बोर्ड का कार्यकाल नहीं बढ़ाया गया है।
प्रशांत ने कहा, ‘‘आम तौर पर टीडीबी अध्यक्ष का कार्यकाल दो साल का होता है। हमने इसे पूरा कर लिया है। हम अत्यंत संतुष्टि के साथ पद छोड़ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि सबरीमला मंदिर में 17 नवंबर से शुरू होने वाली वार्षिक मंडलम-मकरविलक्कु तीर्थयात्रा के सुचारू संचालन के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
सबरीमला से सोना गायब होने के संबंध में वर्तमान बोर्ड के खिलाफ केरल उच्च न्यायालय द्वारा की गयी आलोचनात्मक टिप्पणियों में बारे में पूछे जाने पर प्रशांत ने कहा कि वह इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे क्योंकि यह न्यायालय की अवमानना है।
उन्होंने दोहराया कि बोर्ड ने पारदर्शी तरीके से काम किया है और सबरीमला के मुद्दों के संबंध में एसआईटी जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है।
प्रशांत की यह टिप्पणी राज्य सरकार द्वारा पूर्व मुख्य सचिव के. जयकुमार को टीडीबी का नया अध्यक्ष नियुक्त करने संबंधी राजपत्र अधिसूचना जारी करने के एक दिन बाद आई है। टीडीबी सबरीमला में भगवान अयप्पा मंदिर सहित प्रमुख मंदिरों का प्रबंधन करता है।
मीडिया के एक वर्ग ने हाल में खबर दी थी कि वामपंथी सरकार प्रशांत के नेतृत्व वाले बोर्ड का कार्यकाल बढ़ा सकती है। सोमवार को जारी अधिसूचना के अनुसार, निवर्तमान त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड के अध्यक्ष पी एस प्रशांत का कार्यकाल 13 नवंबर को समाप्त हो जाएगा।
भाषा गोला वैभव
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