(नीलाभ श्रीवास्तव)
लुआंडा, 10 नवंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को कहा कि भारत और अंगोला के पास डिजिटल प्रौद्योगिकी, रक्षा, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण सहित विभिन्न क्षेत्रों में संभावनाओं की तलाश करके अपने आर्थिक संबंधों को गहरा करने के व्यापक अवसर हैं।
अंगोला की अपनी राजकीय यात्रा के तीसरे दिन देश की संसद के सदस्यों को संबोधित करते हुए मुर्मू ने कहा कि व्यापार और आर्थिक सहयोग दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों का “महत्वपूर्ण स्तंभ” है।
उन्होंने कहा, “डिजिटल प्रौद्योगिकी, रक्षा, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण में दोनों देशों के बीच सहयोग के लिए व्यापक अवसर उपलब्ध हैं। आगे बढ़ते हुए, हम अपने आर्थिक संबंधों को गहरा करने के लिए इन संभावनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
राष्ट्रपति ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में दोनों देशों का सहयोग हमारे आर्थिक संबंधों को “लगातार” मजबूत बना रहा है।
मुर्मू अटलांटिक महासागर के किनारे स्थित इस ऊर्जा-समृद्ध देश की यात्रा करने वाली भारत की पहली राष्ट्रपति हैं।
उन्होंने कहा कि भारत और अंगोला के बीच संबंध दोनों देशों के लोगों के लिए “आपसी सम्मान, समानता और पारस्परिक लाभ के सिद्धांत” पर आधारित हैं।
मुर्मू ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि अंगोला की संसद में 39 फीसदी महिला सदस्य हैं, जो लैंगिक समानता और समावेशी शासन का एक सच्चा उदाहरण है।
उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि भारत ने भी संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को एक-तिहाई आरक्षण प्रदान करने वाला ऐतिहासिक कानून बनाया है।
मुर्मू ने अंगोला की संसद के दौरे से पहले देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. एंटोनियो अगोस्तिन्हो नेटो के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। नेटो ने अंगोला के स्वतंत्रता संग्राम में प्रमुख भूमिका निभाई थी।
मुर्मू ने लुआंडा में स्थित राष्ट्रीय सैन्य इतिहास संग्रहालय का भी दौरा किया।
राष्ट्रपति अंगोला की चार दिवसीय राजकीय यात्रा पर हैं, जिसके बाद 11-13 नवंबर के बीच वह बोत्सवाना का दौरा करेंगी।
भाषा पारुल नरेश
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