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Sunday, 9 November, 2025
होमदेशअर्थजगतजुलाई-सितंबर 2025 में भारतीय मेट्रो शहरों में मकानों की कीमतें 7 से 19 प्रतिशत बढ़ीं: रिपोर्ट

जुलाई-सितंबर 2025 में भारतीय मेट्रो शहरों में मकानों की कीमतें 7 से 19 प्रतिशत बढ़ीं: रिपोर्ट

शीर्ष शहरों में वेटेड एवरेज प्रॉपर्टी कीमतों में साल-दर-साल तेज़ बढ़ोतरी दर्ज हुई. दिल्ली-एनसीआर 19 प्रतिशत सालाना और 9.8 प्रतिशत तिमाही वृद्धि के साथ सबसे आगे रहा. लक्जरी प्रॉपर्टी की मांग और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार इसके प्रमुख कारण रहे.

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नई दिल्ली: भारत के मेट्रो शहरों में जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही के दौरान प्रॉपर्टी की कीमतों में तेज़ बढ़ोतरी जारी रही. इसकी वजह मजबूत प्रीमियम सेगमेंट की मांग, बढ़ी हुई इनपुट लागत और तैयार, गुणवत्तापूर्ण घरों की सीमित उपलब्धता रही. यह जानकारी डिजिटल रियल एस्टेट प्लेटफॉर्म प्रॉपटाइगर.कॉम (ऑरम प्रॉपटेक) की रिपोर्ट में दी गई है.

शीर्ष शहरों में वेटेड एवरेज प्रॉपर्टी कीमतों में साल-दर-साल तेज़ बढ़ोतरी दर्ज हुई. दिल्ली-एनसीआर 19 प्रतिशत सालाना और 9.8 प्रतिशत तिमाही वृद्धि के साथ सबसे आगे रहा. लक्जरी प्रॉपर्टी की मांग और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार इसके प्रमुख कारण रहे. दिल्ली-एनसीआर में घरों की औसत कीमत Q3 2024 में 7479 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर Q3 2025 में 8900 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई.

बेंगलुरु में कीमतें 15 प्रतिशत सालाना और 12.6 प्रतिशत तिमाही बढ़ीं. वहीं हैदराबाद में 13 प्रतिशत सालाना और 4.6 प्रतिशत तिमाही वृद्धि दर्ज हुई. बेंगलुरु में कीमतें Q3 2025 में बढ़कर 8870 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं, जबकि हैदराबाद में यह बढ़कर 7750 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं.

सत्‍त्वा ग्रुप की सेल्स, मार्केटिंग और सीआरएम प्रेसिडेंट करिश्मा सिंह ने कहा कि बेंगलुरु और हैदराबाद का ग्रोथ ट्रेंड भारत की शहरी अर्थव्यवस्था में हो रहे बदलाव को दिखाता है, जिसे टेक सेक्टर, टैलेंट और बढ़ती आकांक्षाएं चला रही हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई, पुणे, चेन्नई और कोलकाता जैसे अन्य शहरों में भी सिंगल-डिजिट वृद्धि दर्ज हुई. वहीं भारत के 8 प्रमुख रेजिडेंशियल बाजारों में घरों की बिक्री स्थिर रही, जिसमें सालाना 1 प्रतिशत की हल्की गिरावट के साथ 95,547 यूनिट बिके. तिमाही के हिसाब से भी बिक्री 2.2 प्रतिशत घटी. इसके विपरीत, बेची गई संपत्तियों का कुल मूल्य 14 प्रतिशत बढ़कर 1.52 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया, जो प्रीमियम सेगमेंट की ओर रुझान का संकेत है.

शीर्ष 8 शहरों में नए लॉन्च सालाना मामूली घटकर 91,807 यूनिट रहे, लेकिन पिछली तिमाही की तुलना में 9.1 प्रतिशत बढ़े. डेवलपर्स अब उच्च-मूल्य वाले प्रोजेक्ट लॉन्च कर रहे हैं. नए लॉन्च का सबसे बड़ा हिस्सा एमएमआर (26.9 प्रतिशत), उसके बाद पुणे (18.7 प्रतिशत) और हैदराबाद (13.6 प्रतिशत) से आया. ये तीनों शहर तिमाही में कुल नई इन्वेंटरी के 59.2 प्रतिशत के लिए जिम्मेदार थे.

शीर्ष 8 शहरों में अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, एनसीआर, एमएमआर और पुणे शामिल हैं.


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