मुंबई, तीन नवंबर (भाषा) पुलिस ने महाराष्ट्र के पूर्व स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर से उस समय संपर्क किया था जब रोहित आर्य नामक व्यक्ति ने मुंबई के एक रिकॉर्डिंग स्टूडियो में 17 बच्चों और दो वयस्कों को बंधक बना लिया था। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि केसरकर का बयान दर्ज किया जा सकता है। अपराध शाखा के अधिकारियों ने कहा कि वे मामले से जुड़े सभी लोगों के बयान दर्ज करेंगे, जिनमें पवई थाने के वरिष्ठ निरीक्षक और आर्य के साथ बातचीत में शामिल पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं।
अपराध शाखा उन मशहूर हस्तियों और अभिनेताओं के बयान भी दर्ज करने की प्रक्रिया में है, जो ‘ऑडिशन’ प्रक्रिया के दौरान पवई स्टूडियो आए थे।
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा वर्तमान में आर्य की मौत की जांच कर रही है, जो बृहस्पतिवार को बचाव अभियान के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारा गया था।
आर्य ने महाराष्ट्र शिक्षा विभाग की एक परियोजना के कथित बकाया भुगतान को लेकर बंधक कांड की योजना पहले ही बना ली थी। सरकार ने इस दावे को खारिज कर दिया था।
अधिकारी ने बताया कि घटना वाले दिन जब यह पता चला कि आर्य केसरकर से बात करना चाहता है तो अधिकारियों ने पूर्व मंत्री से संपर्क किया।
पवई इलाके में महावीर क्लासिक बिल्डिंग स्थित आर ए स्टूडियो में बृहस्पतिवार अपराह्न डेढ़ बजे से शाम सवा पांच बजे के बीच बंधक बनाने की घटना हुई थी और अभियान के दौरान आखिरकार बंधकों को बचाया गया तथा आर्य (50) की मौत हो गई।
पुलिस की गोलीबारी में घायल हुए आर्य को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
स्कूल शिक्षा विभाग के 25 जनवरी, 2024 के आदेश के अनुसार, आर्य ‘प्रोजेक्ट लेट्स चेंज’ का निदेशक था, जिसने 20 जुलाई से दो अक्टूबर, 2023 तक स्वच्छता मॉनिटर पहल का संचालन किया था।
इस पहल के तहत, स्कूली छात्रों को स्वच्छता निरीक्षक के रूप में कार्य करना था और लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर थूकने और कूड़ा-कचरा फैलाने से रोकना था। लगभग 64,000 स्कूलों और 59 लाख छात्रों ने इसमें भाग लिया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कानून और उच्चतम न्यायालय के फैसले के अनुरूप आर्य की मौत की मजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी गई है।
भाषा आशीष वैभव
वैभव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
