चेन्नई, तीन नवंबर (भाषा) ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के वरिष्ठ नेता और तमिलनाडु के पूर्व मंत्री डी जयकुमार ने सोमवार को सवाल किया कि राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) से डर क्यों लग रहा है।
जयकुमार ने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी होगी, जिसका मकसद मतदाता सूचियों से दोहरी प्रविष्टियों और अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में चले गए लोगों तथा मृतकों के नाम हटाना है।
चेन्नई में संवाददाताओं से बातचीत में अन्नाद्रमुक नेता ने कहा कि उनकी पार्टी लंबे समय से इस तरह के पुनरीक्षण पर जोर दे रही है। उन्होंने कहा, “अब सही समय है कि मतदाता सूचियों की प्रामाणिकता सुनिश्चित की जाए।”
निर्वाचन आयोग ने सोमवार को मद्रास उच्च न्यायालय के समक्ष दलील दी कि एसआईआर प्रक्रिया को लेकर किसी भी तरह की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है और अंतिम मतदाता सूची आपत्तियों पर विचार करने के बाद ही प्रकाशित की जाएगी।
आयोग ने उच्च न्यायालय को बताया कि तमिलनाडु में मतदाता सूचियों की एसआईआर मंगलवार से शुरू होगी। उसने कहा कि हर मतदाता को फॉर्म भरना होगा और नौ दिसंबर को मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी, जिस पर आपत्तियां दर्ज की जा सकेंगी और इसके बाद ही अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।
इस बीच, तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) ने सोमवार को उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर कर राज्य में मतदाता सूची के एसआईआर के फैसले को चुनौती दी है।
भाषा पारुल वैभव
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