नयी दिल्ली, तीन नवंबर (भाषा) जवाहरलाल नेहरू छात्र संघ (जेएनयू छात्र संघ) के चुनाव के लिए सोमवार तड़के प्रचार अभियान समाप्त हो गया और मंगलवार को मतदान होगा। इस चुनाव में वामपंथी छात्र संगठनों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के बीच कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है।
मतदान चार नवंबर को दो सत्रों में (सुबह नौ बजे से अपराह्न एक बजे तक और अपराह्न 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक) होगा। मतगणना रात नौ बजे शुरू होगी और अंतिम परिणाम छह नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
इस वर्ष का मुकाबला मुख्य रूप से वामपंथी छात्र संगठनों (जिसमें ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (डीएसएफ) शामिल हैं) और एबीवीपी के बीच है। एबीवीपी ने ‘प्रदर्शन और राष्ट्रवाद’ पर केंद्रित एक आक्रामक प्रचार अभियान चलाया है।
सोमवार तड़के ‘प्रेसिडेंशियल डिबेट’ समाप्त हो गया और यह चुनाव प्रचार का अंतिम चरण था। इसके बाद 24 घंटे की अनिवार्य ‘नो कैंपेनिंग’ अवधि शुरू हो गई। इस डिबेट में वामपंथी, एबीवीपी, एनएसयूआई, प्रोग्रेसिव स्टूडेंट्स एसोसिएशन (पीएसए), दिशा स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (डीएसओ) और स्वतंत्र पैनल के छह उम्मीदवारों ने ‘स्टूडेंट्स एक्टिविटी सेंटर’ में खचाखच भरे दर्शकों के सामने मुकाबला किया।
बापसा उम्मीदवार एक निजी समस्या के कारण इसमें भाग नहीं ले सके।
भाषा
शुभम संतोष
संतोष
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