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Friday, 31 October, 2025
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भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना ने घायल ईरानी मछुआरे को नौका से निकाला

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पणजी, 30 अक्टूबर (भाषा) भारतीय तटरक्षक और भारतीय नौसेना ने एक घायल ईरानी नागरिक को एक नौका से निकाल लिया। अरब सागर में मछली पकड़ने वाली नौका पर ईंधन स्थानांतरण के दौरान हुए विस्फोट के बाद आंखों और दाहिने कान में गंभीर चोटें आई थीं।

तटरक्षक बल ने एक बयान में कहा कि उसे भारतीय तट से लगभग 1,500 किलोमीटर पश्चिम में गंभीर रूप से घायल एक ईरानी मछुआरे के लिए अनुरोध प्राप्त हुआ था।

बयान में कहा गया है कि अल-ओवैस नामक नौका पर ईंधन स्थानांतरण के दौरान हुए विस्फोट के बाद मछुआरे की आंखों में गंभीर चोटें आई थीं और उसके दाहिने कान पर गहरा घाव हो गया था।

बयान के अनुसार मानवीय सहायता अभियान 28 अक्टूबर को शुरू हुआ, जब चाबहार स्थित समुद्री बचाव समन्वय केंद्र (एमआरसीसी) ने एमआरसीसी मुंबई को चिकित्सा आपातकाल की सूचना दी। इसके अनुसार जहाज के छह सदस्यीय चालक दल को समुद्र में इंजन में खराबी का सामना करना पड़ा था।

बयान में कहा गया है कि आस-पास के सभी जहाजों को सतर्क करने के लिए इंटरनेशनल सेफ्टी नेट को सक्रिय करने के बाद, एमआरसीसी मुंबई ने एमटी एसटीआई ग्रेस को उस ओर रवाना किया। बयान में कहा गया है कि पूर्वी अफ्रीकी देशों में तैनाती से लौट रहे भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) के जहाज सचेत को भी तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए उस ओर भेजा गया।

बयान के अनुसार ईरानी नौका के करीब होने के कारण एमटी एसटीआई ग्रेस ने प्रारंभिक चिकित्सा सहायता के लिए मरीज को जहाज पर लिया।

बयान के अनुसार आईसीजीएस सचेत ने अरब सागर में अशांत समुद्री परिस्थितियों के बीच मार्शल द्वीप के झंडे वाले टैंकर एमटी एसटीआई ग्रेस से गंभीर रूप से घायल ईरानी मछुआरे को सफलतापूर्वक चिकित्सा सहायता के लिए लिया।

बयान में कहा गया है कि यात्रा के दौरान घायल मछुआरे की चिकित्सा स्थिति पर 24 घंटे निगरानी रखी गई और जहाज पर ही आवश्यक चिकित्सा प्रबंधन किया गया।

तटरक्षक बल के बयान में कहा गया है कि 29 अक्टूबर की रात को मरीज की हालत बिगड़ने पर, भारतीय नौसेना की सहायता से उसे आईसीजी जहाज से हवाई मार्ग से ले जाने का निर्णय लिया गया।

बयान में कहा गया है कि एक लंबी दूरी के नौसेना हेलीकॉप्टर ने गोवा से उड़ान भरी और लगभग 180 किलोमीटर दूर समुद्र में आईसीजीएस सचेत से मरीज को निकाला। बयान में कहा गया है कि हेलीकॉप्टर 30 अक्टूबर को लगभग 12 बजे घायल ईरानी नागरिक को लेकर उतरा।

एक अलग बयान में, भारतीय नौसेना ने कहा कि बृहस्पतिवार को सुबह होते ही, भारतीय नौसेना के सी किंग हेलीकॉप्टर को चिकित्सा निकासी के लिए मुंबई स्थित आईएनएस शिकरा से रवाना किया गया।

नौसेना ने कहा, ‘‘गोवा स्थित आईएनएस हंसा में ईंधन भरने के बाद, सी किंग हेलीकॉप्टर ने समुद्र में 120 समुद्री मील से अधिक की उड़ान भरी और खराब मौसम और प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए व्यक्ति को वहां से निकाला। गोवा पहुंचने पर, घायल व्यक्ति को आगे के इलाज के लिए आईएनएचएस जीवंती स्थानांतरित किया गया।’

भाषा अमित रंजन

रंजन

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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