बहराइच (उप्र), 30 अक्टूबर (भाषा) बहराइच जिले के मिहींपुरवा तहसील अंतर्गत भरथापुर गांव के पास कौड़ियाला नदी में एक नाव पलटने की घटना में लापता आठ लोगों की तलाश बृहस्पतिवार को भी जारी रही। अधिकारी आशंका जता रहे हैं कि लापता लोगों को कहीं घड़ियाल या मगरमच्छ ने ना खा लिया हो।
मिहींपुरवा तहसील के उप जिलाधिकारी रामदयाल रमन ने बृहस्पतिवार शाम ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ‘‘नदी का बहाव काफी तेज है और नदी गहरी भी है। शाम को तेज बारिश के कारण बचाव अभियान को रोकना पड़ा। सुबह सात बजे अभियान दोबारा शुरू होगा।’
उन्होंने बताया कि जंगल के जिस इलाके में हादसा हुआ है वह बीहड़ जंगल है। उन्होंने बताया कि वहां जंगल में हाथी तथा नदी में खतरनाक मगरमच्छ और घड़ियाल मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि वह बचाव अभियान के दौरान नाव पर सवार हुए थे और इस दौरान नदी में उन्हें बड़े—बड़े मगरमच्छ दिखायी दिये।
रमन ने बताया कि थोड़ी दूरी पर गिरजा बैराज से पहले गेरूआ व कौड़ियाला नदियों का संगम स्थल है। उन्होंने बताया कि यहीं से ये नदियां मिलकर घाघरा नदी के नाम से आगे बढ़ती हैं। उन्होंने बताया कि यहीं पर नदी में वन विभाग का घड़ियाल प्रजनन केन्द्र बना हुआ है। उन्होंने बताया कि वास्तविक संख्या की जानकारी तो वन विभाग से ही मिलेगी लेकिन अनुमान के मुताबिक दो से ढाई हजार घड़ियाल व मगरमच्छ नदी के इस भाग में मौजूद होंगे।
उन्होंने कहा कि बुधवार को नौका पलटने की घटना में लापता आठ लोगों में पांच से नौ वर्ष उम्र के बच्चे शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यह भी संभव है कि घड़ियालों ने उन्हें खा लिया हो।
उप जिलाधिकारी ने बताया कि नदी में उतराते हुए कुछ बैग व कपड़े मिले हैं। उन्होंने बताया कि लापता लोगों के परिवार वालों ने पहचान की है कि वह उनके परिजनों का ही सामान है।
उन्होंने बताया कि नाव पर सवार लोगों में से जिस महिला रामजेई का शव बुधवार शाम को बरामद हुआ था, उनके शव का पोस्टमार्टम आज कराया गया है। उन्होंने बताया कि महिला के परिवार में उनके एक पुत्र के अलावा कोई नहीं है। उन्होंने बताया कि दो पोते थे जो इसी हादसे में बह गये, उनका एकमात्र जीवित बेटा श्रावस्ती में रहता है।
रमन ने बताया कि बुधवार की पूरी रात तलाश अभियान में जुटे अधिकारी जब गांव की ओर जा रहे थे तभी जंगल के पास अचानक एक हाथी उनके रास्ते में आ गया। उन्होंने बताया कि गाड़ियों को रोककर हाथी को भगाने की कोशिश हुई तो हाथी ने टीम में मौजूद दो लेखपालों को ही दौड़ा लिया। उन्होंने बताया कि भागते समय लेखपाल आदर्श कुमार गिर गये, हालांकि उन्हें कोई चोट नहीं आई और बाद में सभी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य में सुजौली थाना क्षेत्र के भरथापुर गांव स्थित कौड़ियाला नदी में बुधवार शाम लगभग छह बजे यात्रियों से भरी एक नाव पलट जाने से 60 वर्षीय एक महिला की डूबकर मौत हो गयी थी तथा पांच बच्चों सहित आठ लोग लापता हो गए थे। नाव में सवार कुल 22 में से 13 लोगों को बचा लिया गया था।
भाषा सं. सलीम अमित
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