रांची, 28 अक्टूबर (भाषा) भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के प्रभाव के कारण 31 अक्टूबर तक झारखंड के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान जताया है।
आईएमडी ने एक बुलेटिन में बताया कि चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे तक एक भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया। थाई भाषा में ‘मोंथा’ का अर्थ सुगंधित फूल होता है।
तूफान सुबह साढ़े पांच बजे मछलीपत्तनम से 190 किमी दक्षिण-पूर्व में, काकीनाडा से 270 किमी दक्षिण-पूर्व में तथा आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से 340 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित था।
बुलेटिन में कहा गया है, ‘‘इसके उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने और मंगलवार की शाम और रात के दौरान भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में मछलीपत्तनम और कलिंगपत्तनम के बीच काकीनाडा के आसपास आंध्र प्रदेश के तट को पार करने की आशंका है। इस दौरान हवा की अधिकतम गति 90-100 किमी प्रति घंटा होगी और हवाएं 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं।’’
मौसम वैज्ञानिकों ने झारखंड के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा कि सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी और गुमला के कुछ हिस्सों में मंगलवार को भारी बारिश होने की संभावना है जबकि बुधवार को चतरा, गढ़वा, लातेहार और पलामू के कुछ हिस्सों में बहुत भारी बारिश हो सकती है।
उन्होंने कहा कि 30 और 31 अक्टूबर को गिरिडीह, कोडरमा, लोहरदगा, बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, खूंटी, गुमला, दुमका, गोड्डा, पाकुड़ और साहेबगंज के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश की आशंका है।
भाषा गोला सिम्मी
सिम्मी
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