रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर स्थित पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के सभागार में उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रयोगशाला तकनीशियन के पद पर चयनित 233 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पारदर्शी और विश्वसनीय भर्ती प्रक्रियाओं के माध्यम से प्रदेश के युवाओं का भविष्य सुरक्षित हुआ है. उन्होंने बताया कि विगत 20 महीनों में विभिन्न विभागों में 10 हजार से अधिक सरकारी नौकरियां प्रदान की जा चुकी हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को पुलिस विभाग, विद्युत विभाग, सहकारिता विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, आदिम जाति विकास विभाग सहित कई अन्य विभागों में नियुक्तियां दी जा रही हैं. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में उच्च शिक्षा विभाग में 700 सहायक प्राध्यापकों और स्कूल शिक्षा विभाग में 5000 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का यह अवसर ऐतिहासिक और अत्यंत हर्ष का विषय है — पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नियुक्ति पत्र एक साथ प्रदान किए जा रहे हैं. यह निश्चित रूप से विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में एक मील का पत्थर साबित होगा. उन्होंने सभी नवनियुक्त प्रयोगशाला तकनीशियनों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं और अपने कर्तव्यों का शत-प्रतिशत निष्ठा और ईमानदारी के साथ निर्वहन करने का आह्वान किया.
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि राज्य सरकार ने नई औद्योगिक नीति को अपनाया है, जिसके तहत बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं. अब तक लगभग 7 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनमें से कई प्रस्तावों पर औद्योगिक इकाइयों की स्थापना का कार्य प्रारंभ हो चुका है. इन उद्योगों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से राज्य के लोगों को व्यापक लाभ होगा.
उच्च शिक्षा मंत्री टंकराम वर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में पिछले 20 महीनों में छत्तीसगढ़ के हर क्षेत्र में उल्लेखनीय परिवर्तन हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक विभाग में भर्ती प्रक्रिया पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ पूरी की जा रही है.
इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री खुशवंत साहेब, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सच्चिदानंद शुक्ला, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, विभागीय अधिकारी और नवनियुक्त प्रयोगशाला तकनीशियन बड़ी संख्या में उपस्थित थे.