नयी दिल्ली, आठ अक्टूबर (भाषा) रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने मंगलवार को भारतीय रेडियो सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर (आईआरएसए) जारी किया, जो सैन्य संचार में सूचना के परस्पर इस्तेमाल को सक्षम बनाएगा।
रक्षा मंत्रालय ने इसे भारत की रक्षा संचार प्रौद्योगिकियों में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक निर्णायक कदम बताया।
आईआरएसए एक व्यापक सॉफ्टवेयर विनिर्देश है जो सॉफ्टवेयर-परिभाषित रेडियो (एसडीआर) के लिए तैयार किया गया है।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘डीआरडीओ ने एकीकृत रक्षा स्टाफ (आईडीएस) और तीनों सेनाओं के सहयोग से भारतीय रेडियो सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर (आईआरएसए) स्टैंडर्ड 1.0 जारी किया है, जो सैन्य संचार में सूचना के परस्पर इस्तेमाल को सक्षम बनाएगा।’’
आईआरएसए पहल की शुरुआत 2021 में हुई थी, जब आधुनिक सैन्य संचार में एसडीआर की महत्वपूर्ण भूमिका पर ध्यान दिया गया और एक राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर मानक की आवश्यकता महसूस की गई।
इसके बाद 2022 में डीआरडीओ के नेतृत्व में एक तकनीकी टीम ने आईडीएस और तीनों सेनाओं के साथ मिलकर संचालन और उपयोगकर्ता आवश्यकताओं को एकत्र किया।
विभिन्न हितधारकों के साथ व्यापक समीक्षा और परामर्श के बाद आईआरएसए संस्करण 1.0 को मंजूरी दी गई, जिससे यह भारत का पहला राष्ट्रीय मानक बन गया जो सॉफ्टवेयर-परिभाषित रेडियो के लिए मानकीकृत सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर को परिभाषित करता है।
भाषा गोला वैभव
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