नयी दिल्ली, सात अक्टूबर (भाषा) केंद्र द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को राजधानी में टाइप-सात बंगला आवंटित किए जाने के बाद, पार्टी ने कहा है कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री 95, लोधी एस्टेट आवास में रहेंगे, जो उन्हें ‘दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा इस मुद्दे पर केंद्र को फटकार लगाने’ के बाद आवंटित किया गया है।
आप के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने ‘पीटीआई-वीडियो’ को बताया, ‘‘दिल्ली उच्च न्यायालय की फटकार के बाद केजरीवाल को केंद्र सरकार ने एक आधिकारिक बंगला आवंटित किया है। चूंकि वह एक राष्ट्रीय पार्टी के संयोजक हैं, इसलिए वह बंगले के हकदार थे।’’
पिछले महीने दिल्ली उच्च न्यायालय ने राष्ट्रीय राजधानी में केजरीवाल को आवास आवंटित करने में देरी के लिए केंद्र की खिंचाई की थी।
केजरीवाल मुख्यमंत्री रहते हुए सिविल लाइंस स्थित 6, फ्लैग स्टाफ रोड आवास में रहते थे।
भाजपा ने इसे दिल्ली में एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनाया था, इस आवास को ‘शीशमहल’ कहा था और कसम खाई थी कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री वहां नहीं रहेंगे।
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद केजरीवाल आप के राज्यसभा सदस्य अशोक मित्तल को आवंटित सरकारी बंगले में रहने लगे थे।
वर्ष 2022 में दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग ने उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना के निर्देश पर लोक निर्माण विभाग द्वारा सिविल लाइंस स्थित बंगले के नवीनीकरण में ‘अनियमितताओं’ के आरोपों की जांच शुरू की।
वर्तमान में, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) दिल्ली विधानसभा में तत्कालीन विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता की शिकायत पर मामले की जांच कर रहा है जो दिसंबर 2024 में सक्सेना को दी गई थी।
भाषा अमित नरेश
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