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जयपुर, छह अक्टूबर (भाषा) राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकारी सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल हादसे की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। गहलोत ने कहा कि सरकार सुनिश्चित करे कि ऐसी घटना फिर नहीं हो।
जयपुर के एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रविवार देर रात लगी आग में कम से कम छह मरीजों की मौत हो गई।
गहलोत ने इस हादसे पर शोक जताते हुए कहा कि राज्य सरकार इस घटना की उच्च स्तरीय जांच करवाकर यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में कहीं भी ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति नहीं हो सके।
कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस घटना को स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही बताया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘यह सिर्फ एक हादसा नहीं, स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और अव्यवस्थाओं की एक और भयावह मिसाल है।’’
डोटासरा ने कहा, ‘‘झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद ‘कफ सिरप’ से बच्चों की मौत और अब ये अस्पताल हादसा, इससे पहले कि लोगों का सरकारी सेवाओं से विश्वास उठ जाए कुछ करिए सरकार। जांच करके जिम्मेदारी तय होनी चाहिए, दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी चाहिये।’’
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, ‘‘इस भीषण घटना ने मन को झकझोर कर रख दिया है, हृदय अत्यंत व्यथित है। मेरी गहरी संवेदनाएं दिवंगतों के परिजनों के साथ हैं।’’
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि अस्पताल में ऐसा हादसा निश्चित रूप से लापरवाही की वजह से हुआ है।
इस बीच राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने हादसे पर शोक जताया है।
भाषा पृथ्वी सुरभि
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