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Wednesday, 1 October, 2025
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बीआरओ ने गंगटोक में 65वां स्थापना दिवस मनाया

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गंगटोक, एक अक्टूबर (भाषा) सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने सिक्किम में अपनी ‘स्वास्तिक परियोजना’ के 65 साल पूरे होने का जश्न यहां बुधवार को मनाया। बीआरओ की यह पहल इस राज्य के ऊंचाई वाले और सामरिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के निर्माण और रखरखाव में छह दशकों से अधिक की सेवा को चिह्नित करती है।

रक्षा विभाग के एक जनसंपर्क अधिकारी की ओर से जारी बयान के अनुसार, 1960 में शुरू की गयी ‘स्वास्तिक परियोजना’ ने बीते छह दशक से अधिक समय में राज्य की दूरदराज की घाटियों और सीमावर्ती इलाकों को देश की मुख्यधारा से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है और सशस्त्र बलों के लिए सामरिक संपर्क सुनिश्चित किया है।

विज्ञप्ति में बताया गया, ‘‘पिछले 65 वर्षों में इस परियोजना ने 1,412 किलोमीटर सड़क और 80 से अधिक प्रमुख पुलों का निर्माण और रखरखाव किया है। बादल फटने और तीस्ता नदी में बाढ़ जैसी चुनौतियों के बावजूद परियोजना के तहत लगातार उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की गई हैं।’’

विज्ञप्ति में बताया गया है कि पिछले एक दशक में परियोजना के अंतर्गत 350 किलोमीटर से अधिक सड़कें, 26 पुल और एक सुरंग का निर्माण पूरा किया है, जिससे सिक्किम का सामरिक तथा विकासात्मक ढांचा और मजबूत हुआ है।

एक बयान के अनुसार, स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत ‘स्वास्तिक मेमोरियल’ पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन शहीदों को श्रद्धांजलि देने से हुई, जिन्होंने अपने कर्तव्य पालन के लिए सर्वोच्च बलिदान दे दिया।

इस अवसर पर सैनिक सम्मेलन, सामूहिक भोज, सांस्कृतिक कार्यक्रम, नवीनीकृत रेजिमेंटल कैंटीन का उद्घाटन और ‘स्वास्तिक मेला’ का आयोजन किया गया।

विज्ञप्ति के अनुसार, ‘स्वास्तिक परियोजना’ ने आने वाले वर्ष के लिए 1,152.66 करोड़ रुपये की अवसंरचना विकास योजनाएं बनाई हैं।

इनमें पश्चिम सिक्किम राजमार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग-310ए और राष्ट्रीय राजमार्ग-310एजी का निर्माण शामिल है, जिससे उत्तर सिक्किम तक सड़क संपर्क बेहतर होगा और सशस्त्र बलों की त्वरित तैनाती संभव हो सकेगी।

इसमें अत्याधुनिक सुरंगों और पुलों के निर्माण की भी योजना है, जिनमें टिकाऊपन, लचीलापन और आधुनिक तकनीक जैसे (भूक्षरण रोकने के लिए) जियोटेक्सटाइल तकनीक, सतह निर्माण की उन्नत तकनीक, ढलान स्थिरीकरण और हिमस्खलन रोकथाम उपायों को शामिल किया जाएगा।

भाषा राखी सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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