लखनऊ, 25 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश पुलिस ने ‘मिशन शक्ति’ पहल के तहत पिछले तीन दिन में 12 लापता बच्चों और महिलाओं को उनके परिवारों से मिलवाया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
यह पहल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राज्य भर में संकटग्रस्त नागरिकों की सुरक्षा और पुनर्वास सुनिश्चित करने के लिए चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने कहा कि पुलिस ने मुख्यमंत्री के निर्देशों के तहत व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया है। उन्होंने कहा, ‘इस मिशन का उद्देश्य लापता और विस्थापित बच्चों, महिलाओं और संकटग्रस्त व्यक्तियों को बचाना और उन्हें जल्द से जल्द उनके परिवारों से मिलाना है।’
पुलिस के अनुसार, बरामद बच्चों में लखनऊ के जानकीपुरम से 3 साल की एक बच्ची, बरेली के भमोरा के खेड़ा गांव से 6 साल की बच्ची और अमरोहा, बलरामपुर और पीलीभीत से मिले बच्चे शामिल हैं। मुरादाबाद में एक लापता बच्चे को रामलीला मैदान के पास से ढूंढ निकाला गया और उसे सुरक्षित उसके परिवार के पास पहुंचा दिया गया।
मऊ में, पुलिस ने तीन नाबालिग लड़कियों को उनके माता-पिता से मिलवाया। बरेली में, हाफिजगंज पुलिस ने संत कबीर नगर से एक बुजुर्ग महिला गुलशन और एक नाबालिग का पता लगाया, जो पारिवारिक विवाद और आर्थिक तंगी के कारण लापता हो गए थे। बलिया में, अपने माता-पिता को बताए बिना घर से निकले दो किशोरों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया।
डीजीपी ने बताया कि बस्ती पुलिस ने रेलवे स्टेशन के पास संदिग्ध रूप से घूम रही एक महिला का भी पता लगाया और उसे उसके परिवार के पास पहुंचा दिया।
उन्होंने बताया कि महाराजगंज में, मऊ के दोहरीघाट में तीन नाबालिगों के साथ-साथ पांच और दस साल की दो लड़कियों को उनके रिश्तेदारों से मिलवाया गया।
एक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि यह अभियान राज्य सरकार के समन्वित पुलिस व्यवस्था के माध्यम से त्वरित प्रतिक्रिया और जन सुरक्षा पर ज़ोर को दर्शाता है।
भाषा जफर आशीष
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