ग्रेटर नोएडा/लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS 2025) के उद्घाटन समारोह में कहा कि यह आयोजन अंत्योदय के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय की स्मृति में उन्हें नमन करने का अवसर है. उन्होंने कहा कि पं. दीनदयाल ने अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के लिए 70 साल पहले नया चिंतन प्रस्तुत किया था. यूपीआईटीएस अंत्योदय को राष्ट्रोदय में बदलने का विशिष्ट अवसर है और यह आत्मनिर्भर भारत के स्वदेशी मॉडल, ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के पीएम मोदी के विजन को भी प्रतिबिंबित करता है.
तीसरे संस्करण में 80 देशों के 550 से अधिक बायर्स और यूपी के 75 जिलों से 2,250 से अधिक एग्जीबिटर्स शामिल हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले आठ-साढ़े आठ वर्षों में आई औद्योगिक क्रांति और परंपरागत उद्यमों को नया जीवन मिला है. यह आयोजन यूपी को देश और दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का बेहतरीन मंच है.
सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया और नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी रिफॉर्म लागू होने के बाद यूपी में पीएम के प्रथम आगमन पर उन्हें धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि गरीब, किसान, महिला, युवा, व्यापारी, लघु एवं कुटीर उद्योगों सहित सभी वर्गों को यह दीपावली का उपहार मिला. सीएम ने बताया कि यूपी अपैरल, टेक्सटाइल, लेदर उत्पाद, हस्तशिल्प और कारपेट्स में देश में शीर्ष पर है.
सीएम ने बताया कि नए जीएसटी सुधार के तहत चार स्लैब को दो में बदल दिया गया है, जिससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है. पिछले चार दिनों में बाजार में नई जीवंतता देखी गई है और उपभोक्ताओं का रुझान तेजी से बाजार की ओर हुआ है. इससे ओडीओपी सेक्टर के उद्यमियों को नया जीवनदान मिला और रोजगार के अवसर बढ़े हैं.
सीएम ने बताया कि एक वर्ष से कम समय में 90 हजार से अधिक युवाओं ने सीएम युवा उद्यमी योजना का लाभ लिया. उन्होंने कहा कि पीएम पारंपरिक कारीगरों और हस्तशिल्पियों के उत्थान के लिए संवेदनशील हैं. राज्य सरकार की ओर से संचालित ओडीओपी और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से चार लाख से अधिक कारीगरों को प्रशिक्षण और बाजार उपलब्ध कराया गया है.
यूपी अब 77 जीआई उत्पादों के साथ देश का शीर्ष जीआई कैपिटल बन गया है और 75 नए उत्पादों के लिए आवेदन किए जाएंगे. स्टार्टअप, ओडीओपी, महिला उद्यमी, आईटी-इलेक्ट्रॉनिक्स, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, कौशल विकास, महिला स्वयंसेवी समूह और वन विभाग की पहलें भी इस प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित की गई हैं.
सीएम ने बताया कि प्रदेश में एमएसएमई उत्पादों के 96 लाख से अधिक यूनिटों को सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित की गई है और दो करोड़ से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है. प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्कों के माध्यम से निवेश आकर्षित कर रोजगार के नए अवसर सृजित किए जा रहे हैं.
सीएम ने कहा कि यूपी आईटी, सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल हब बन रहा है. मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग में यूपी की हिस्सेदारी 55 प्रतिशत और मोबाइल कंपोनेंट्स में 50 प्रतिशत से अधिक है. प्रदेश में रोड, एयर, रेल और वाटर कनेक्टिविटी मजबूत हैं.
योगी ने कहा कि आत्मनिर्भर व विकसित भारत के लिए इंडस्ट्री, एकेडमी, रिसर्च और समाज के सभी अंगों को समेकित रूप से काम करना होगा. यह ट्रेड शो इसके लिए बेहतरीन मंच साबित हो रहा है. पीएम के मार्गदर्शन में यूपी बीमारू राज्य से उबरकर विकसित भारत के ग्रोथ इंजन की भूमिका निभा पाएगा.
इस अवसर पर योगी सरकार के मंत्री राकेश सचान, नंदगोपाल गुप्ता नंदी, स्वतंत्रदेव सिंह, धर्मपाल सिंह, बेबीरानी मौर्या, एके शर्मा, डॉ. संजय निषाद, दयाशंकर सिंह, कपिलदेव अग्रवाल, असीम अरुण, ब्रजेश सिंह, सांसद महेश शर्मा और सुरेंद्र नागर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.