नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एनआरसी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. एक कार्यक्रम के दौरान ममता ने कहा कि मैं काफी दुखी हूं कि बंगाल में एनआरसी लागू किए जाने को लेकर जो भ्रामक स्थिति बनाई गई है उसकी वजह से यहां छह लोगों की जान जा चुकी है. हम राज्य में एनआरसी कभी लागू नहीं होने देंगे. प्रदेश की जनता मुझपर भरोसा करें.
कार्यक्रम के दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि मैं मानती हूं कि लोकतंत्र में प्रदर्शन काफी जरूरी है. जिस दिन प्रदर्शन जैसे मूल्य खत्म हो जाएंगे उस दिन भारत, भारत नहीं रह जाएगा. उन्होंने कहा बंगाल में अभी भी लोकतंत्र कायम है लेकिन देश के कई इलाके ऐसे भी हैं जहां कोई लोकतंत्र नहीं बचा है. हमने देखा कि हाल ही में जादवपुर विश्वविद्यालय में क्या हुआ है.
वहीं दूसरी तरफ एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी एनआरसी मामले पर सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट कर कहा, जिस विश्वास से भाजपा देश भर में एनआरसी लागू करने पर ज़ोर दे रही है वो हिंदुओं के अलग थलग पड़े रहने के डर को हवा देता है,@drMohanBhagwat का मानना है कि कुछ दस्तावेज आप को भारतीय बना देते है. अगर आपके पास दस्तावेज़ नहीं है, तो आपका धर्म शायद आपको बचा ले.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, केवल आरएसएस सरीखा संगठन जो कि भारत विरोधी है और बहुत को अपने से अलग रखती है, वही सोच सकती है कि भारतीयता पैदाइश नहीं, आस्था का सवाल है. उनको तो समावेशी और आधुनिक भारत से एलर्जी है.
West Bengal CM Mamata Banerjee: I am sad that 6 people have died in Bengal due to panic created over National Register of Citizens (NRC). We will never allow NRC here. Please have faith in me. pic.twitter.com/5pIaXYP0U3
— ANI (@ANI) September 23, 2019
पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो गुरुवार को जादवपुर विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) द्वारा आयोजित एक समारोह में शामिल होने के लिए बंगाल गए थे. जादवपुर विश्वविद्यालय में अपने दौरे के दौरान उन्हें छात्रों के एक समूहों के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा था. जैसे ही बाबुल विश्वविद्यालय कैम्पस में पहुंचे, नारेबाजी कर रहे कुछ वामपंथी छात्रों ने उन्हें घेर लिया और उन्हें वहां से चले जाने को कहा.
इस घटना के बाद राज्य के राज्यपाल भी जादवपुर विश्वविद्यालय पहुंचे लेकिन छात्रों ने उनका विरोध किया. राज्यपाल वापस जाओ के नारे भी लगाए गए. राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखर ने इस घटना पर कड़ी आपत्ति दिखाई थी. उन्होंने इस मामले को लेकर राज्य के मुख्य सचिव से भी बात की थी.
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बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री आवास पर कुछ दिनों पहले एक बैठक हुई थी. दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात एक साल के बाद हुई थी.
नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के बाद ममता बनर्जी ने कहा था कि हमारे बीच काफी अच्छी बातचीत हुई है. यह एक अराजनैतिक बातचीत थी. उन्होंने कहा हमने राज्य का नाम बदलने के बारे में प्रधानमंत्री को बताया है. उन्होंने इस बारे में कुछ न कुछ करने का वादा किया है.
भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के कई नेता लगातार असम में लागू की गई एनआरसी को बंगाल में भी लागू करने की बात कह रहे हैं. ऐसे में ममता बनर्जी और उनकी पार्टी भाजपा का लगातार विरोध कर रही है. इससे पहले भी ममता ने मोदी पर कई बार निशाना साधते हुए कहा था कि वो एनआरसी को प्रदेश में कभी लागू नहीं होने देंगी.
(समाचार एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)