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Monday, 17 November, 2025
होमदेशपंजाब में बाढ़ से अब तक 55 मौतें, 111 राहत शिविर में लोगों को मिल रहा है आसरा

पंजाब में बाढ़ से अब तक 55 मौतें, 111 राहत शिविर में लोगों को मिल रहा है आसरा

राज्य के कुल 2,214 गांव प्रभावित हुए हैं, जिससे 3,88,508 आबादी प्रभावित हुई है. यह जानकारी मंत्री ने दी.

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चंडीगढ़: पंजाब में बाढ़ से दो और मौतों के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है. यह जानकारी आधिकारिक आंकड़ों में दी गई है.

पूरे राज्य में राहत अभियान जारी हैं और बाढ़ का पानी घटने के साथ ही बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं. अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी.

पिछले 24 घंटों में फाजिल्का और मानसा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई. इसके बाद बाढ़ से मरने वालों की कुल संख्या 55 हो गई है. यह जानकारी पंजाब के राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन ने दी.

उन्होंने कहा कि राज्य में 111 राहत शिविर चल रहे हैं जिनमें 4,585 लोग ठहरे हुए हैं.

पिछले 24 घंटों में 40 और लोगों को निकाला गया है. इस तरह अब तक पूरे राज्य में 23,337 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है.

राज्य के कुल 2,214 गांव प्रभावित हुए हैं, जिससे 3,88,508 आबादी प्रभावित हुई है. यह जानकारी मंत्री ने दी.

मुंडियन ने कहा कि कुल 18 जिलों में 1,92,380.05 हेक्टेयर जमीन पर खड़ी फसलें खराब हुई हैं.

प्रभावित इलाकों में आठ एनडीआरएफ टीमें, दो एसडीआरएफ टीमें, 14 आर्मी कॉलम और दो इंजीनियर टास्क फोर्स टीमें तैनात हैं.

अधिकारियों ने बताया कि कई क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घटने के साथ ही बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, पशुपालन और अन्य संबंधित विभागों का पूरा स्टाफ लगातार मेहनत कर रहा है ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.

मलेरिया और अन्य बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर फॉगिंग मशीनें चलाई जा रही हैं और नियमित मेडिकल कैंप लगाए जा रहे हैं.

पशु चिकित्सा टीमें भी मैदान में पहुंचकर जानवरों का इलाज और टीकाकरण कर रही हैं.

शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने डिप्टी कमिश्नर वर्जीत वालिया के साथ रूपनगर में बाढ़ से हुए नुकसान की समीक्षा की.

उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में से 50 प्रतिशत में विशेष ‘गिरदावरी’ (नुकसान का आकलन) पहले ही पूरा कर लिया गया है. राहत अभियान पूरी गति से जारी है.

उन्होंने कहा कि सभी ग्रामीण सड़कें चालू कर दी गई हैं ताकि लगातार संपर्क बना रहे. जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव टीमें तैनात हैं.

स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने गुरदासपुर जिले के कई बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया जिनमें देहरियावल किरन, रांसीके टिल्ला, खुशहालपुर, रत्ता और शाहपुर जाजन शामिल हैं.

सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ प्रभावित परिवारों को 50,000 रुपये के चेक व्यक्तिगत रूप से वितरित किए.

इसी तरह, सामाजिक सुरक्षा मंत्री बलजीत कौर ने मलोट में उन परिवारों को तत्काल वित्तीय सहायता दी जिनके घर भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हो गए थे.

उन्होंने कहा कि वह मलोट शहर और आसपास के गांवों में लगातार मौजूद रही हैं और जमीनी हालात की निगरानी कर रही हैं.

कैबिनेट मंत्री ललजीत सिंह भुल्लर ने पट्टी विधानसभा क्षेत्र के गांवों में बाढ़ प्रभावित परिवारों को चारे का वितरण किया. उन्होंने भाओवाल गांव में एक राहत शिविर का भी दौरा किया.

कैबिनेट मंत्री लाल चंद कतारुचक ने भोआ विधानसभा क्षेत्र के सेहोरा गांव में परिवारों को राहत सामग्री बांटी. प्रत्येक परिवार को दो फोल्डिंग खाट, दो गद्दे, एक गैस सिलेंडर और एक मच्छरदानी दी गई.

जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने मक्रौर साहिब और मूनक के पास तोहाना पुल पर घग्गर नदी की स्थिति का जायजा लिया.

उन्होंने कहा कि कई दिनों की चिंता के बाद आखिरकार पानी का स्तर घटने लगा है जो लोगों के लिए राहत की बात है.

इस बीच, ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोंद ने बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत और पुनर्वास प्रयासों में सहयोग के लिए पंचायतों से अपील की.

उन्होंने कहा कि हाल की बाढ़ से कई गांव गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं, ऐसे में तत्काल राहत उपाय जरूरी हैं.

उन्होंने कहा कि जमा हुई गाद और मृत जानवरों को हटाना और क्षतिग्रस्त पंचायत ढांचे की मरम्मत करना समय की मांग है.

सोंद ने कहा कि कई पंचायतों के पास भूमि अधिग्रहण के मुआवजे के रूप में मिले फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में पर्याप्त धनराशि है. उन्होंने उनसे अपील की कि वे इसमें से कुछ हिस्सा योगदान करें.


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