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Friday, 22 November, 2024
होमदेशचिन्मयानंद ने अपने ऊपर लगे लगभग सभी आरोपों को स्वीकारा, कहा- 'शर्मिंदा हूं'

चिन्मयानंद ने अपने ऊपर लगे लगभग सभी आरोपों को स्वीकारा, कहा- ‘शर्मिंदा हूं’

स्वामी चिन्मयानंद को शुक्रवार सुबह नौ बजे उनके आश्रम से गिरफ्तार किया गया था और उन्हें स्थानीय न्यायालय ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जिला कारागार भेजा दिया था.

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शाहजहांपुर : पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने अपने ऊपर लगे ज्यादातर आरोपों को स्वीकार कर लिया है. इस बात की जानकारी मामले की जांच कर रही एसआईटी ने दी है. एसआईटी चीफ नवीन अरोड़ा ने शाहजहांपुर में प्रेस काॅन्फ्रेंस कर बताया, ‘पूछताछ के दौरान स्वामी चिन्मयानंद ने बॉडी मसाज और यौन वार्तालाप समेत उन पर लगे लगभग सभी आरोपों को स्वीकार कर लिया है.’ साक्ष्यों की जांच की जा रही है.

अरोड़ा ने कहा, ‘चिन्मयानंद इस मामले पर ज्यादा नहीं बोलना चाहते हैं और अपने कृत्यों पर काफी शर्मिंदा हैं.’

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान नवीन अरोड़ा | फोटो : प्रशांत श्रीवास्तव/दिप्रिंट

आपको बता दें कि स्वामी चिन्मयानंद को सुबह नौ बजे उनके आश्रम से गिरफ्तार किया गया था और उन्हें स्थानीय न्यायालय ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जिला कारागार भेज दिया था. उनके खिलाफ धारा 376 सी, 354डी, 342, और 506 के तहत केस दर्ज किया गया है.

पीड़ित छात्रा ने स्वामी पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था. पीड़िता ने कुछ दिनों पहले एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उसने चिन्मयानंद पर बलात्कार करने का आरोप लगाया था. इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी की टीम गठित कर इस मामले की जांच का निर्देश दिया था.

पीड़िता के भी 3 दोस्त गिरफ्तार

नवीन अरोड़ा के मुताबिक, चिन्मयानंद और पीड़िता के बीच जनवरी से अब तक 200 बार फोन पर बातचीत हुई है. वहीं पीड़िता की और उसके दोस्त से इसी दौरान 4200 बार बात हुई थी. एसआईटी ने चिन्मयानंद से रंगदारी वसूलने के मामले में भी तीन आरोपियों की गिरफ्तार किया है. एसआईटी का मानना है कि इस पूरे मामले में तीनों युवकों की अहम भूमिका रही थी. तीनों आरोपी लगातार चिन्मयानंद के संपर्क में थे. पीड़िता और स्वामी के बीच चल रही ब्लैकमेलिंग की डील में तीनों सूत्रधार थे. चिन्मयानंद के वकील ने पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में अज्ञात पर केस दर्ज करवाया था.


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उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने इस मामले पर कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद हमने एसआईटी की टीम इस मामले को लेकर गठित की थी. एसआईटी की टीम ने स्वामी चिन्मयानंद को उनके आश्रम से गिरफ्तार किया है और जेल भेज दिया है. इस मामलें में कोई देरी नहीं की गई है. हमने तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है जो चिन्मयानंद से वसूली करने की कोशिश कर रहे थे.

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