नयी दिल्ली, आठ सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, कई सांसदों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने सोमवार को यहां असम हाउस में संगीत सम्राट भूपेन हजारिका की 100वीं जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
असम सरकार ने हजारिका की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में वर्ष भर जारी रहने वाले कार्यक्रमों की शुरुआत की है। हजारिका का 2011 में निधन हो गया था।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी असम की अपनी दो-दिवसीय यात्रा के दौरान शनिवार को गुवाहाटी में भारत रत्न से सम्मानित हजारिका के जन्म शताब्दी समारोह में शामिल होंगे।
सोनोवाल ने इस अवसर पर कहा कि भूपेन हजारिका ने ‘‘मिट्टी, लोगों, असम की संस्कृति और शेष पूर्वोत्तर’’ के गीत गाए तथा उन्हें वैश्विक मंच पर ले गए।
विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने ‘ब्रह्मपुत्र के कवि’ को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हजारिका के गीत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित और प्रोत्साहित करते रहेंगे।
भाजपा की असम इकाई के अध्यक्ष एवं लोकसभा सदस्य दिलीप सैकिया ने वर्तमान पीढ़ियों को प्रेरित करने के लिए हजारिका के जीवन, योगदान और संबंधों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों में सांसद भुवनेश्वर कलिता, कामाख्या प्रसाद तासा, बिजुली कलिता मेधी, रामेश्वर तेली, परिमल शुक्लाबैद्य, कणाद पुरकायस्थ और अमरसिंग तिस्सो तथा असम सरकार के अधिकारी शामिल थे।
इस दौरान एक संगीत कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।
असम सरकार ने उनकी 100वीं जयंती मनाने के लिए अगले 12 महीनों में कार्यक्रमों की योजना बनाई है। शताब्दी कार्यक्रम अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मुंबई, कोलकाता और दिल्ली में भी आयोजित किए जाएंगे, जहां हज़ारिका रहते थे।
भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित भूपेन हजारिका का पांच नवंबर, 2011 को 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।
भाषा नेत्रपाल सुरेश
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