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Wednesday, 10 September, 2025
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बारिश से नुकसान : हिमाचल के सिरमौर में भूस्खलन, जयपुर में मकान ढहने से दो लोगों की मौत

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नयी दिल्ली, छह सितंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में शनिवार सुबह भूस्खलन के बाद एक पहाड़ी का लगभग 200 मीटर हिस्सा कटकर बह गया। वहीं, राजस्थान के जयपुर में एक मकान के संभवत: लगातार जारी बारिश के कारण ढह जाने से एक युवक और उसकी पांच साल की बेटी की मौत हो गई, जबकि राज्य के बालोतरा शहर के छात्रों को उत्तराखंड के भूस्खलन प्रभावित मुनस्यारी में अपने परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद लेनी पड़ी।

दिल्ली में यमुना नदी में आई बाढ़ से विस्थापित 70 से अधिक परिवारों को अक्षरधाम के पास दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के किनारे बनाए गए अस्थाई तंबुओं में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।

सुबह भारी बारिश के कारण 270 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल करने के प्रयास नाकाम हो गए। यह प्रमुख सड़क लगातार पांचवें दिन भी बंद रही।

हिमाचल प्रदेश के नोराधार के चोक्कर गांव में भूस्खलन के कारण पांच घर खतरे में आ गए। हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि उनमें रहने वाले लोगों को समय रहते बचा लिया गया।

स्थानीय लोगों के मुताबिक, भूस्खलन की यह घटना संभवत: जमीन के नीचे मौजूद पानी के एक स्रोत के फटने के कारण हुई।

सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में मलबे का ढेर तेज बहाव के साथ बहता नजर आ रहा है और रोते-बिलखते स्थानीय लोग अन्य लोगों से वहां से दूर रहने की गुहार लगाते दिख रहे हैं।

दिल्ली में एक तंबू के बाहर बैठी गंगा देवी ने सवाल किया कि गरीब आखिर जाएं तो कहां जाएं।

उन्होंने कहा, “कभी तोड़फोड़ तो कभी बारिश और अब बाढ़। हम कचरा साफ करके हर रोज बमुश्किल 300 से 400 रुपये कमाते हैं। कोई कचरा बीनता है, कोई नाली साफ करता है, कोई फूल बेचता है। अब हम कहां जाएं?”

एक्सप्रेसवे के किनारे छह फुट लंबे और आठ फुट चौड़े तंबू लगाए गए हैं, जो उन परिवारों के लिए अस्थाई ‘घर’ के रूप में काम कर रहे हैं, जिन्हें बाढ़ के मद्देनजर यमुना बाढ़ क्षेत्र के पास स्थित उनकी झुग्गियों और कच्चे घरों से निकाला गया है।

जम्मू-कश्मीर में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के रामबन सेक्टर के परियोजना प्रबंधक शुभम ने कहा कि उधमपुर जिले के थार्ड में राजमार्ग के 250 मीटर हिस्से को साफ करने के प्रयास जारी हैं, जो एक पहाड़ी के नीचे दब गया है।

शुभम ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “शुक्रवार को दिन में जो कुछ भी कामयाबी मिली, सुबह आधे घंटे की भारी बारिश से उस पर पानी फिर गया… हमने लोगों और मशीनरी को जुटाया है और मुख्य सड़क को जल्द से जल्द खोलने के लिए नये सिरे से काम शुरू कर दिया है।”

उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि आज रात या कल सुबह तक सड़क साफ हो जाएगी।

अधिकारी के अनुसार, चार लेन वाले राजमार्ग के इस खंड को छोड़कर (जो पहाड़ी के नीचे दब गया है) बाकी हिस्से को दोनों तरफ से यातायात के लिए मंजूरी दे दी गई है। यह राजमार्ग कश्मीर को हर मौसम में देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र मार्ग है।

जयपुर के सुभाष चौक इलाके में एक मकान के ढह जाने से 35 वर्षीय प्रभात और उसकी नाबालिग बेटी की मौत हो गई। प्रभात मूल रूप से पश्चिम बंगाल का रहने वाला था और एक स्थानीय आभूषण कारखाने में काम करता था।

जयपुर के नागरिक सुरक्षा उप-नियंत्रक अमित शर्मा ने बताया कि मलबे में सात लोग दबे हुए थे, जिनमें से दो की मौत हो गई, जबकि पांच को बचा लिया गया और एसएमएस अस्पताल पहुंचाया गया।

शर्मा ने कहा, “वह मकान बहुत पुराना था… और उसमें 18-19 लोग रहते थे। बारिश के कारण आई नमी से घर का एक हिस्सा ढह गया। बचाव अभियान लगभग छह घंटे तक चला।”

उत्तराखंड में भारी बारिश से हुए भूस्खलन के कारण सड़कें अवरुद्ध होने से राजस्थान के चार बीएड छात्रों को पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी में स्थित अपने परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद लेनी पड़ी।

राजस्थान के बालोतरा से ताल्लुक रखने वाले चार छात्रों ने उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में बीएड के लिए पंजीकरण कराया था और उन्हें परीक्षा देने के लिए मुनस्यारी में आरएस टोलिया पीजी कॉलेज पहुंचना था।

इन छात्रों में से एक ओमाराम जाट ने बताया, ‘‘जब हम 31 अगस्त को हल्द्वानी पहुंचे, तो हमें पता चला कि मुनस्यारी को जाने वाले सभी रास्ते भूस्खलन के कारण बंद हैं। हमें लगा कि हम परीक्षा नहीं दे पाएंगे।’’

उधर, जम्मू के कटरा में वैष्णो देवी यात्रा लगातार 12वें दिन भी स्थगित रही।

मौसम विभाग ने जम्मू संभाग के कुछ जिलों में देर रात या सुबह के समय मध्यम बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है।

वैष्णो देवी यात्रा 26 अगस्त को अर्धकुंवारी में पुराने मार्ग पर भूस्खलन से कुछ घंटे पहले स्थगित कर दी गई थी। वहां भूस्खलन के कारण 34 लोगों की मौत हो गई थी और 20 अन्य घायल हो गए थे।

भाषा पारुल दिलीप

दिलीप

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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